बीज स्कैड़ल की उच्च स्तरीय जांच कर किसानों के साथ धोखा करने वालों को मिले सख्त सजा-बब्बेहाली
पत्रकारों पर हो रहे हमलों, रेत माफिया, शराब माफिया संबंधी पंजाब सरकार पर उठाए सवाल
मनन सैनी
गुरदासपुर। जिला अकाली दल बादल के प्रमुख नेताओं के दल की ओर से गुरदासपुर के डिप्टी कमिशनर मोहम्मद इश्फाक के जरिए राज्य पाल के नाम एक ज्ञापन सौंपा गया। जिसमें उन्होने बीज स्कैड़ल की उच्च स्तरीय जांच कर किसानों के साथ धोखा करने वालों को सख्त से सख्त सजा देने की मांग की। इस दल की अगवाई अकाली दल के जिला प्रधान एवं पूर्व मुख्य संसदीय सचिव गुरबचन सिंह बब्बेहाली की ओर से की गई।
ज्ञापन सौंपने के उपरांत पत्रकारों से रुबरु होते हुए गुरबचन सिंह बब्बेहाली ने कहा कि लुधियाना की एक टीम ने पंजाब खेतीबाड़ी यूनिर्वसिटी के गेट नंबर 1 के सामने मैंस. बराड़ सीड़ स्ट़ोर की दुकान की चेकिंग के दौरान धान की किस्म पी.आर-128 के तथा पी.आर-129 के गैर कानूनी बीज पकड़े गए। धान की यह दोनो किस्में पंजाब खेतीबाड़ी यूनिर्वसिटी की ओर से 2020-21 के सीजन के दौरान किसानों को सिर्फ अपने कृषि विज्ञान केंद्रों में 70 रुपए प्रति किलों के हिसाब से दी गई। परन्तु उक्त की ओर से यह दोनो किस्मे बिना किसी आज्ञा से सिर्फ न ही सिर्फ बेची गई बल्कि 200 रुपए प्रति किलों की बड़ी लूट की गई। खेतीबाड़ी विभाग के अनुसार उक्त बीज सिर्फ मैंस बराड़ सीड़ स्टोर लुधिायाना की ओर से यह बीज मैस खरनाल एग्री सीड़ गांव वैरोके, डेरा बाबा नानक जिला गुरदासपुर के पास से खरीदा गया। यह बीज उनके पास कहां से आया और कुछ ही समय में यह बीज मल्टीप्लाई कैसे कर लिया गया। यह जांच का विषय है। उन्होने कहा कि बीज के नकली और मिलावटी होने के ज्यादा संकेत मिल रहे है, जिसकी जांच होनी चाहिए।
इस संबंधी लुधियाना पुलिस की ओर केस में जो गंभीर धाराएं लगनी चाहिए वह नही लगाई गई है। वहीं लुधियाना सीड़ स्टोर के खिलाफ तो मामला दर्ज कर लिया गया है परन्तु करनाल एग्री सीड्ज गांव वैरोके (डेरा बाबा नानक) के खिलाफ अभी तक कोई मामला दर्ज नही किया गया। उन्होने इस संबंधी पंजाब के मंत्री को भी घेरे में लिया ।
बब्बेहाली ने कहा कि यह भी जांच की विषय है कि कहीं उक्त दोनो किस्मों के नाम पर की गई पैकिंग में इसी से मिलती जुलती पुरानी वैरायटी को नए थौलो में पैक करके किसानों को बीस हजार रुपए प्रति किवंटल बेच कर हजारों करोड़ रुपए का बड़ा घोटाला तो नही किया गया।
इसी के साथ अकाली दल की ओर से पंजाब सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा गया कि कर्फ्यू के दौरान कांग्रेसी लीड़रों की शराब की फैक्ट्रियों से सरकारी सरपरस्ती तले घर घर शराब पहुंचाने का स्कैडल तथा पंजाब में नकली फैक्ट्रिया का बड़े स्तर पर पकड़े जाना एक गंभीर मसला है। जिससे सरकारी खजाने को 5600 करोड़ का घाटा पड़ा है। वहीं लॉक डाऊन के दौरान ही रेत माफिया को फायदा पहुंचाया गया, केंद्र सरकार की ओर से भेजी गई आटा और दाल की बांट में बहुत बड़े स्तर पर घोटाला करने के भी आरोप अकाली दल की ओर से लगाए गए ।
वहीं राज्य में प्रैस की आजादी को कुचलने के लिए पत्रकारों के उपर झूठे केस दर्ज करना और राजनितिक विरोधियों को झूठे केसों में फसांने के भी आरोप अकाली दल की ओर से पंजाब सरकार पर लगाए गए तथा कारवाई करने की मांग की गई ।
इस मौके पर बटाला के विधायक लखबीर सिंह लोधीनंगल, रविकर्ण सिंह काहलों, इंद्रजीत सिंह रंधावा, कंवलप्रीत सिंह काकी, राजबीर सिंह राजन, तरलोक सिंह बाठ, गुरईकबाल सिंह माहल, राजबीर सिंह राजन आदि अकाली नेता मौजूद थे।