गुरदासपुर। केंद्र व पंजाब सरकार द्वारा पैट्रोल व डीजल पर एक्साइज ड्यूटी में बढ़ोत्तरी करने के फैसले की निंदा करते हुए किरती किसान यूनियन के प्रदेश महासचिव सतबीर सिंह सुलतानी ने इस फैसले को तुरंत वापिस लेने की मांग उठाई है।
सतबीर सिंह सुलतानी ने कहा कि लाकडाऊन के चलते सब कुछ बंद पड़ा हुआ है। किसानों ने गेहूं की कटाई भी कर ली है। जबकि अब धान लगाने के लिए तैयारी कर रहे है तो ऐसे में केंद्र सरकार ने दस रुपए प्रति लीटर पेट्रोल व 13 रुपए प्रति लीटर डीजल पर एक्साइज डयूटी में बढ़ोत्तरी करने के फैसला किया है।
जबकि पंजाब सरकार द्वारा डीजल व पेट्रोल पर दो-दो रुपए लीटर वैट की दर में बढ़ोत्तरी करने के फैसले ने सभी को हिलाकर रख दिया है। सरकारों की गलत नीतियों के चलते ही देश का किसान साढ़े 12 लाख करोड़ रुपए व पंजाब का किसान एक लाख करोड़ से अधिक कर्जदार हो चुका है। जिसके चलते देश भर में तीन लाख किसान आत्महत्या कर चुके है। मगर इसके बावजूद विभिन्न बहानों में चुनाव वादे के विपरीत किसानों का ऋण माफ करने से मुकर गई है।जबकि आत्महत्या कर चुके किसानों व मजदूरों के पीडि़त परिवारों को कोई मुआवजा नहीं दिया गया है।
सरकारों ने डीजल व पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोत्तरी कर किसान व मजदूर विरोधी चेहरा बेनकाब किया है। केंद्र सरकार ने अपने 50 से अधिक उद्योगपतियों व डिफाल्टर कारोबारियो के 68607 करोड़ रुपए माफ करके व किसानों के ऋण माफ न करके अपनी किसान व मजदूर विरोधी मानसिकता जगजाहिर कर दी है। उन्होंने मांग की कि किसानों के लिए ऐसे संकट के समय विशेष रहात पैकेज दिया जाए, किसानों का कर्जा माफ किया जाए, गन्ने का बकाया व बारिश से नष्ट हुई फसलों का तुरंत मुआवजा दिया जाए।