चण्डीगढ़, 14 मार्च । आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब ने पिछले कुछ दिनों से राज्य के विभिन्न हिस्सों में हो रही बेमौसमी बरसात और ओलावृष्टि से बर्बाद हुई सरसों और गेहूं समेत अन्य फसलों और बागों के हुए भारी नुक्सान की भरपाई के लिए पंजाब सरकार से तुरंत विशेष ‘गिरदावरी’ और पूरे मुआवजे की मांग की है। इस सम्बन्धित विपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा ने मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह को डी.ओ पत्र भी लिखा है।
शनिवार को पार्टी हैडक्वाटर द्वारा जारी एक संयुक्त बयान में विपक्ष की नेता हरपाल सिंह चीमा, कुलतार सिंह संधवां, सरबजीत कौर माणूंके, मीत हेयर (सभी विधायक) ने कहा कि बेमौसमी बरसात और ओलावृष्टि ने किसानों की बेटों की तरह पाली फसल पूरी तरह बर्बाद कर दी है। पंजाब के अलग-अलग हिस्सों फाजलिका, पटियाला, रूपनगर, फतेहगढ़ साहिब, होशियारपुर, नवां शहर, कपूरथला, जालंधर, अमृतसर, रोपड़, संगरूर, मोहाली, अबोहर-फाजिल्का और मानसा समेत कई अन्य इलाकों में ओलावृष्टि ने फसलों का बहुत नुक्सान किया है, जिस कारण पहले ही गंभीर आर्थिक संकट का सामना कर रहे किसानों और कृषि पर निर्भर मजदूरों की आर्थिक स्थिति ओर ज़्यादा बदहाल हो गई है। ऐसे हालत में यदि कैप्टन सरकार ने किसानों को फसलों का बनता मुआवजा समय रहते न दिया तो किसानों का हौसला ओर गिर जाएगा।
कुलतार सिंह संधवां ने कहा कि बीते कुछ दिनों से लगातार हो रही बेमौसमी तूफानी बरसात ने राज्य के बड़ी संख्या में किसानों को गहरी चिंता में डाल दिया है, क्योंकि किसान कैप्टन सरकार की किसान विरोधी नीतियों के कारण पहले ही गंभीर खेती संकट के साथ जूझ रहा है।
सरबजीत कौर माणूंके और मीत हेयर ने राज्य सरकार से अपील की है कि वह किसानों को आत्म हत्या के रास्ते से मोडऩे के लिए आगे आएं और लाखों करोड़ों रुपए की फसलों के हुए नुक्सान का जायजा लेकर किसानों का बनता पूरा मुआवजा दिया जाए। माणूंके ने कहा कि पहले ही खेती संकट का शिकार किसान कर्जों के कारण आत्महत्याएं तक करने के लिए मजबूर हो गया है। इस लिए ऐसी कुदरती आफत के कारण हुए नुक्सान की 100 प्रतिशत पूर्ति के लिए सरकार बनता मुआवजा दे, जिस के लिए तुरंत गिरदावरी अपेक्षित है।