माफिया राज’ बारे ‘आप’ के आरोपों पर कांग्रेसी भी मोहर लगाने लगे
बजट सत्र के अंतिम दिन मीडिया के रूबरू हुए ‘आप’ नेतागण
चंडीगड़, 4 मार्च । बजट सत्र के अंतिम दिन विपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा ने पंजाब सरकार खास करके वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल पर पंजाब की आर्थिक स्थिति बारे झूठ बोलने और तथ्य छिपाने का आरोप लगाया। चीमा अपने साथी विधायकों और नेताओं के साथ विधान सभा प्रैस गैलरी में मीडिया के रूबरू थे।
इस मौके उनके साथ विधायक अमन अरोड़ा, कुलतार सिंह संधवां, जै कृष्ण सिंह रोड़ी, मीत हेयर, प्रवक्ता नवदीप संघा, गोविन्दर मित्तल, नील गर्ग, दिनेश चड्ढा और स्टेट मीडिया हैड मनजीत सिंह सिद्धू मौजूद थे।
मीडिया का धन्यवाद करते हुए चीमा ने कहा कि बजट सैशन दौरान बतौर मुख्य विरोधी पक्ष ‘आप’ ने पंजाब और लोगों के हितों के साथ जुड़े लगभग सभी मुद्दे सदन के अंदर और बाहर पूरी मुस्तैदी और गंभीरता के साथ उठाए, जिनको मीडिया ने भी प्रमुखता के साथ उठाया। इन मुद्दों में रेत माफिया, ट्रांसपोर्ट माफिया, शराब माफिया, बिजली माफिया, नशा माफिया, इंटरलाक टाइल माफिया, बेरोजगारी, किसानी और मजदूरी कर्ज और खेती संकट, दलित वर्ग और विद्यार्थियों के वजीफे, मुलाजिम, पेन्शनर, बुजुर्ग, विधवाओं और शिक्षा-सेहत सेवाओं के साथ जुड़े मुद्दे प्रमुख हैं।
चीमा ने कहा कि वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल पंजाब सिर कर्जे को लेकर वास्तविक्ता छिपा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार पर ढाई लाख करोड़ नहीं बल्कि 5 लाख करोड़ से अधिक का कर्ज है। चीमा ने सरकार को पूछा कि बजट दस्तावेजों में जनतक सैक्टर के अदारों, निगमों और अन्य सरकारी सम्पतियां आदि पर उठाए कर्जे को छुपाया क्यों जा रहा है?
चीमा ने कहा कि जिस माफिया राज संबंधी आम आदमी पार्टी पिछले लम्बे समय से सदन के अंदर और बाहर पोल खोलती आई है, अब कांग्रेस सरकार के अपने मंत्रियों और विधायकों ने भी ‘ऑन रिकार्ड’ मोहर लगाने लगे हैं। सुखजिन्दर सिंह रंधावा, प्रगट सिंह, राजा वडि़ंग, प्रताप सिंह बाजवा, शमशेर सिंह दूलों आदि प्रमुख हैं। यहां तक कि पंजाब कांग्रेस के प्रधान सुनील जाखड़ भी बिजली माफिया से निजात के लिए बिजली समझौते रद्द करने के लिए मिन्नतें कर रहे हैं, परंतु मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह किसी की प्रवाह नहीं कर रहे। उन्होंने कहा कि बिजली पर वाइट पेपर लेकर मुख्य मंत्री सदन में तो आए परंतु दिखा कर वापस ले गए। चीमा ने कहा कि जिस माफिया को पिछली अकाली -भाजपा सरकार में बादलों ने पाला था, उस की कमान अब कैप्टन ने पकड़ी हुई है। उन्होंने कहा कि कैप्टन भी निजी बिजली कंपनियों के बादलों की तरह हिस्सा-पत्ती ले रहे हैं, जिस करके समझौते रद्द नहीं कर रहे हैं।