दलितों की मांगों और मसलों पर ‘आप’ ने किया वॉकआउट
दलित विरोधी है कैप्टन सरकार – हरपाल सिंह चीमा
चंडीगड़, 3 मार्च । मंगलवार को ‘आप’ विधायकों ने दलित समाज (एससी /एसटी) से संबंधित मसलों और मांगों को लेकर प्रात:काल विधान सभा के बाहर जोरदार रोष प्रदर्शन किया। बाद में जब ‘आप’ विधायका सरबजीत कौर माणूंके की ओर से लाए गए दलितों के मुद्दे पर ‘काम रोकू प्रस्ताव’ रद्द होने के रोष में ‘आप’ विधायकों ने पहले स्पीकर के समक्ष जा कर सदन में नारेबाजी की और फिर विपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा के नेतृत्व में वॉकआउट कर दिया।
मीडिया को प्रतिक्रिया देते हुए हरपाल सिंह चीमा ने कैप्टन सरकार को दलित विरोधी सरकार करार दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने दलित वर्ग के साथ जितने भी वायदे किए थे उनमें से एक भी वायदा पूरा नहीं किया।
इस मौके प्रिंसीपल बुद्ध राम और मास्टर बलदेव सिंह ने दलितों को 5-5 मरलेे के प्लाट देने, 200 यूनिट बिजली की सुविधा को शर्तों रहित करने, संविधान की 85वीं संशोधन लागू करने, प्राईवेट कंपनियों में आरक्षण लागू करने के बारे, दलित परिवारों के सभी कर्ज माफ करने, मंडल कमीशन की रिपोर्ट लागू करने, प्राईवेट स्कूलों में आरटीआई कानून के अंतर्गत 25 प्रतिश्त दलित परिवारों के बच्चों का दाखिला यकीनी बनाने, अंडर मैट्रिक और पोस्ट मैट्रिक बकाया, वजीफे जारी करने जैसे काफी मुद्दे ‘आप’ ने सदन के अंदर और बाहर उठाए हैं।
इस मौके विधायका प्रो. बलजिन्दर कौर, कुलतार सिंह संधवां, रुपिन्दर कौर रूबी, मनजीत सिंह बिलासपुर, कुलवंत सिंह पंडोरी, मीत हेयर, प्रवक्ता नील गर्ग और स्टेट मीडिया हैड मनजीत सिंह सिद्धू मौजूद थे।