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शून्य काल के दौरान ‘आप’ विधायकों ने उठाए कई अहम मुद्दे

शून्य काल के दौरान ‘आप’ विधायकों ने उठाए कई अहम मुद्दे
  • PublishedMarch 3, 2020

प्रो. बलजिन्दर कौर, माणूंके, हरपाल चीमा और अमन अरोड़ा ने लिया हिस्सा

चंडीगड़, 3 मार्च । बजट सत्र के दौरान मंगलवार को आम आदमी पार्टी (आप) के विधायकों ने शून्य काल के दौरान कई अहम मुद्दे उठाए। प्रो. बलजिन्दर कौर ने तलवंडी साबो हलके में विकास कामों के लिए आए करोड़ों रुपए सही तरीके से  न लगने का मसला ध्यान में लाते हुए पूछा कि यह पैसा लग कहां रहा है? क्योंकि सडक़ें नहीं बनी। उन्होंने संगरूर से संसद मैंबर भगवंत मान के हवाले से कहा कि यदि बतौर संसद मैंबर 238 किलोमीटर ग्रामीण सडक़ों का प्रोजैक्ट ला सकते हैं तो बठिंडा से संसद मैंबर और केंद्रीय मंत्री ऐसा क्यों नहीं कर सकते?

जगरावां से विधायका सरबजीत कौर माणूंके ने सरकार के मेहमाननिवाजी विभाग की तरफ से पंजाब भवन दिल्ली में विधायका को कमरे न मिलने का मुद्दा उठाया। जिसके उपरांत सत्ताधारी और विपक्ष के विधायक ने एकसुर हो कर अफसरशाही को कोसा। स्पीकर राणा केपी सिंह ने भी इस मुद्दे को गंभीरता के साथ लिया और आते दिनों में मुख्य सचिव समेत सभी अफसरों को तलब करने का ऐलान किया। जबकि सांसदीय मामले के मंत्री ब्रह्म महेन्दरा ने लापरवाही करने वाले अफसरों पर कार्यवाही का भरोसा दिया।

विपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा ने पातड़ां में स्थित पिकाडली शुगर मिल की तरफ से फैलाए जा रहे प्रदूषण का मुद्दा उठाया और कहा कि इसके साथ इलाके के गांवों में कैंसर की बीमारी फैल रही है। राष्ट्रीय ग्रीन ट्रिब्यूनल की तरफ से इस शुगर मिल का कनैक्शन काटे जाने के निर्देशों के बावजूद इस शुगर मिल का कनैक्शन फिर जोड़ दिया है। उन्होंने इस मसले को गंभीरता के साथ लेने की मांग की। चीमा ने ट्रांसपोर्ट माफिया और नशा माफिया का भी मुद्दा उठाया।

अमन अरोड़ा ने राज्य सरकार की तरफ से 2500 एसोशिएट स्कूलों को अगले साल के लिए मंजूरी न दिए जाने का मुद्दा उठाते कहा कि इस फैसले के साथ 5 लाख विद्यार्थी और करीब 25 हजार अध्यापक बुरी तरह प्रभावित होंगे। उन्होंने कहा कि इन स्कूलों में 90 प्रतिशत विद्यार्थी दलित परिवारों के साथ सम्बन्धित हैं, इस लिए इन स्कूलों को बंद नहीं करना चाहिए

Written By
The Punjab Wire