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दो केसों में पुलिस कार्रवाई से सुखजिंदर रंधावा की गैंगस्टरों के साथ मिलीभगत साबित हुईः अकाली दल

दो केसों में पुलिस कार्रवाई से सुखजिंदर रंधावा की गैंगस्टरों के साथ मिलीभगत साबित हुईः अकाली दल
  • PublishedMarch 3, 2020

बिक्रम मजीठिया ने मंत्री को बर्खास्त करने तथा मंत्री-गैंगस्टर गठजोड़ की स्वतंत्र जांच करवाए जाने की मांग की

कहा कि गैंगस्टरों ने फिरौतियों तथा सुपारी कत्लों से राज्य में कानून-व्यवस्था की समस्या खड़ी कर दी है

चंडीगढ़/ 03मार्च। शिरोमणी अकाली दल के विधायक दल ने मंगलवार को कहा कि पुलिस द्वारा दो आपराधिक मामलों में की कार्रवाई से जेलमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा की गैंगस्टरों के साथ मिलीभगत साबित हो चुकी है, जिसमें राज्य के डीजीपी द्वारा स्वीकारोक्ति भी शामिल है। विधायक दल ने मांग की है कि मंत्री को तत्काल बर्खास्त किया जाए तथा मंत्री-गैंगस्टर गठजोड़ की जांच के लिए एक स्वतंत्र जांच का आदेश दिया जाए।

विधानसभा में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री सरदार बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि अपराधियों के लिए जेलें सुरक्षित जगह बन चुकी हैं, जिसके कारण पंजाब में कानून-व्यवस्था की हालत बद से बदतर हो चुकी है।गैंगस्टरों द्वारा जेल में बैठकर फिरौती, डकैती तथा सुपारी लेकर कत्ल करने का ध्ंाधा चलाया जा रहा है। उन्होने कहा कि यही कारण है कि पंजाब में कानून-व्यवस्था की स्थिति इतनी खस्ता हो चुकी है। उन्होने कहा कि युवाओं को स्मार्ट फोन नही दिए जा रहे पर गैंगस्टरों के पास जेलों में स्मार्ट फोन हैं। उनके हौसले इतने खुल चुके हैं कि वह केक काटकर जेलों में जन्मदिन मना रहे हैं तथा इसकी वीडियोज् सोशल मीडिया पर डाल रहे हैं। ऐसे माहौल में आम आदमी आम आदमी अब सुरक्षित महसुस नही करता है। यही कारण है कि पेशेवरों तथा व्यापारिक लोग पुलिस से फिरौती मांगने की शिकायतें करने की बजाय चुपचाप फिरौतियां अदा कर रहे हैं

सरदार मजीठिया ने कहा कि कांग्रेस पार्टी-गैंगस्टर गठजोड़ ने राज्य की आर्थिकता पर बहुत बुरा असर डाला है। गैंगस्टरों के शराब के व्यापार में आने से इस साल आबकारी की आय घटकर 525 करोड़ रूपए रह गई है। वह जेल से एक हजार करोड़ रूपए का कारोबार चला रहे हैं, जिसमें शराब, भूमि के सौदे, फिरौतियां, सुपारी लेकर कत्ल करना तथा विदेशों में कबड्डी टूर्नामेंट आयोजित करना शामिल है।

इस दौरान उनके दो पुलिस केसों के बारे जानकारी देते हुए, जिन्होेने जेलमंत्री की मिलीभगत को साबित किया है, सरदार मजीठिया ने कहा कि राज्य के डीजीपी दिनकर गुप्ता ने कल घोषणा की थी कि अकाली सरपंच बाबा गुरदीप सिंह का कत्ल एक राजनीतिक दुश्मनी के कारण गैंगस्टर हरमन भूलर द्वारा किया गया था। उन्होने कहा कि भूलर गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया के साथ जुड़ा हुआ था, जिसका सुखजिंदर रंधावा द्वारा लगातार संरक्षण किया जा रहा है। उन्होने कहा कि हरमन की माता को जेलमंत्री द्वारा बाबा गुरदीप सिंह के खिलाफ पार्टी उम्मीदवार बनाया गया था उन्होने कहा कि कांग्रेस द्वारा गैंगस्टरों को प्रोत्साहित करके राजनीतिक मुख्य धारा में लाना इस बात का सबूत है कि वह एक दूसरे से मिले हुए हैं।

गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया के साथ जुड़े दूसरे केस के बारे बोलते हुए अकाली नेता ने कहा कि राज्य की पुलिस ने हाल ही में अकाली दल की इस दलील की पुष्टि की है कि एनआरआई गुरविंदर बैंस पर भगवानपुरिया गैंग द्वारा हमला किया गया था। उन्होने कहा कि हमने इस संबधी कुछ महीने पहले डीजीपी के पास एक शिकायत दी थी। विभिन्न कबड्डी फेडरेशनों ने भी शिकायतें की थी कि भगवानपुरिया गैंग कबड्डी खिलाड़ियों को धमका रहा था तथा उन्होने जेलमंत्री के दो खास आदमियों कंवल तथा मनजोत को इसीलिए जिम्मेदार ठहराया था। इसके बारे उस समय कोई कार्रवाई नही की गई, पर फायरिंग संबधी दर्ज की एफआईआर में कंवल तथा मनजोत का नाम लिखा है। सरदार मजीठिया ने कहा कि पुलिस के बताने के अनुसार दोषी शाहबाज सिंह उर्फ सोनी ने बयान दिया है कि उसे जग्गू भगवानपुरिया तथा बिनी गुजर के कहने पर कंवल तथा मनजोत के आदेशों को न मानने के लिए एनआरआई पर हमला किया था।

सरदार मजीठिया ने यह भी खुलासा किया कि जेलमंत्री द्वारा डाले गए दबाव के कारण पुलिस भगवानपुरिया परिवार के खिलाफ कार्रवाई नही कर रही है। उन्होने बताया कि बेशक भगवानपुरिया की पत्नी का पिछले साल अप्रैल में रहस्यमयी स्थितियों में कत्ल हो गया था तथा एक कत्ल का केस भी दर्ज हुआ था, पर भगवानपुरिया की माता हरजीत कौर के सुखजिंदर रंधावा के साथ राजनीतिक संबंधों के कारण पुलिस इस मामले में कार्रवाई नही कर रही है।

प्रेस कांफ्रेंस में सरदार मजीठिया के साथ उपस्थित अकाली विधायक दल के सदस्यों में लखबीर सिंह लोधीनंगल, डॉ. सुखविंदर सिंह सुक्खी, दिलराज सिंह भूंदड़, कंवलजीत बरकंदी तथा बलदेव खैहरा शामिल थे।

Written By
The Punjab Wire