प्रोफेसर चंदूमाजरा ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री को तत्काल इस्तीफा देना चाहिए तथा ईडी को अपनी जांच निष्पक्ष तथा पारदर्शी ढ़ंग से करने देनी चाहिए
चंडीगढ़/01मार्चः शिरोमणी अकाली दल ने आज स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू से कहा है कि वह पंजाबियों को जवाब दे कि नशों के इलाज के लिए इस्तेमाल होने वाली बुप्रेनोरफिन की गायब हुई 5 करोड़ गोलियां कहां हैं? पार्टी ने यह भी कहा है कि यदि वह निर्दोष है तो 300 करोड़ के इस गोली घोटाले की निष्पक्ष जांच के लिए वह इस्तीफा क्यों नही दे रहा है?
यहां एक प्रेस बयान जारी करते हुए वरिष्ठ अकाली नेता प्रोफेसर प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने कहा कि पूर्व मंत्री सरदार बिक्रम सिंह मजीठिया के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करने की धमकी देकर स्वास्थ्य मंत्री 5 करोड़ बुप्रेनोरफिन की गोलियां प्राईवेट नशा-मुक्ति केंद्रों को देने तथा मामले को रफा-दफा करके दोषियों को बचाने के मुद्दे से ध्यान हटाने की कोशिश कर रहा है। उन्होने कहा कि इससे पहले उसे पंजाबियों को यह बताना चाहिए कि इतनी बड़ी मात्रा में गोलियां क्यों गायब हुई? मंत्री होने के नाते वह इस घोटाले के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार है। उसे तत्काल इस्तीफा देना चाहिए तथा ईडी को अपनी जांच निष्पक्ष तथा पारदर्शी ढ़ंग से करने देनी चाहिए। उन्होने कहा कि जांच से भागना यां मानहानि की धमकियां देने से सिद्धू को कोई लाभ नही होगा।
स्वास्थ्य मंत्री द्वारा किए अपराध की गंभीरता के बारे बोलते हुए प्रोफेसर चंदूमाजरा ने कहा कि सिद्धू सिर्फ हजारों नशा रोगियों की मौत के लिए ही जिम्मेदार नही है, जोकि बुप्रेनोरफिन न मिलने के कारण जान से हाथ धो बैठे, बल्कि वह नए नशा रोगी भी पैदा कर रहा है, क्योंकि यदि यह दवाई डॉक्टरी निगरानी में न दी जाए जो यह व्यक्ति को नशा रोगी बना सकती है। उन्होने कहा कि मंत्री की भ्रष्ट गतिविधियों ने हजारों युवाओं को नशे की दलदल में धकेल दिया है। इसीलिए उसे तुरंत बर्खास्त करना चाहिए तथा उसके खिलाफ एनडीपीएस अधिनियम के तहत् केस दर्ज करना चाहिए।
सिद्धू से यह पूछते हुए कि उसने स्वास्थ्य सचिव को अपना कर्तव्य करने से क्यों रोका था, जिसने गायब हुई गोलियों के संबध में प्राईवेट केंद्रो को 12 कारण बताओ नोटिस जारी किए थे, अकाली नेता ने कहा कि सिद्धू ने इस बेहद संवेदनशील केस में सचिव के फैसलों को उल्टाकर दोषियों को बचाने की कोशिश की है। उन्होने कहा कि इससे साबित होता है कि सिद्धू गोलियों के घोटाले के लिए जिम्मेदार अधिकारियों से अंदरूनी तौर पर मिला हुआ है। उन्होने आरोप लगाते हुए कहा कि इससे पहले सिद्धू इस क्षेत्र में भू-माफिया चलाने के लिए बदनाम थे जोकि जमीन की अवैध खरीदोफरोखत के अलावा संपत्ति संबधी कई तरह की ठगी मारता था।