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अकाली दल ने अनवर मसीह तथा कांग्रसियों का नशा सरगनों के तौर पर पर्दाफाश किया, दावे को साबित करने के लिए सबूत भी पेश किए

अकाली दल ने अनवर मसीह तथा कांग्रसियों का नशा सरगनों के तौर पर पर्दाफाश किया, दावे को साबित करने के लिए सबूत भी पेश किए
  • PublishedFebruary 20, 2020

बिक्रम मजीठिया ने कहा कि कांग्रेस सरकार द्वारा नशों के सरगना सिमरजीत संधू के पिता को भी सबऑर्डिनेट सर्विसिज बोर्ड में लाया गया था

कांग्रेस के खिलाफ चुप्पी साधने के लिए आप की निंदा की तथा नशा तस्करी में शामिल कांग्रेसी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग

चंडीगढ़/20फरवरीः शिरोमणी अकाली दल ने आज मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा विधानसभा में दिए इस बयान का स्वागत किया है कि वह क्रिश्चियन दलित फ्रंट के नेता तथा कांग्रेसी नेता अनवर मसीह के राजनीतिक संबधों की जांच करवाएंगे तथा पार्टी ने अनुरोध किया है कि वह अमृतसर हेरोईन बरामदगी केस में तथा राज्य में हो रही नशा तस्करी के मामलों में कांग्रेसी नेताओं के लिप्त होने के ठोस सबूतों को भी ध्यान में रखें।

यहां एक प्रेस बयान जारी करते हुए पूर्व मंत्री सरदार बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि अनवर मसीह तथा क्रिश्चियन फं्रट की कांग्रेस के साथ नजदीकियां, अनवर तथा क्रिश्चियन फं्रट के अध्यक्ष मुन्नवर मसीह द्वारा 2017 के विधानसभा चुनावों, 2018 की गुरदासपुर लोकसभा उपचुनाव, जोकि कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ द्वारा लड़ी गई थी तथा 2019 की संसदीय चुनावों में कांग्रेस की सहायता आदि सबकुछ रिकॉर्ड में दर्ज है। उन्होने कहा कि यह एक तथ्य है कि मुन्नवर मसीह एकमात्र ऐसा व्यक्ति है, जिसकी अल्पसंख्यकों आयोग के चेयरमैन के तौर पर दोबारा नियुक्ति करके कांग्रेस सरकार द्वारा तीन साल के लिए अवधि बढ़ाई गई थी। उन्होने कहा कि इसके अलावा 2019 में मंत्री सुखजिंदर रंधावा समेत वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं के साथ मुन्नवर तथा अनवर मसीह की विज्ञापनों में लगी फोटो साबित करती हैं कि वह दोनो कांग्रेसी हैं। उन्होने कहा कि ऐसा लगता है कि कांग्रेस पार्टी ने एक सामाजिक समागम की पुरानी तस्वीरें दिखाकर अनवर का नाम अकाली दल के साथ जोड़ने की कोशिश करते हुए पूरी तरह तथ्यों की छानबीन नही की। उन्होने बताया कि अनवर के विरूद्ध सभी दोष उस समय सामने आए हैं, जब वह कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गया था।

अमृतसर हेरोईन जब्ती केस के साथ जुड़े सभी दोषियों के राजनीतिक संबधों की जांच करवाने की मांग करते हुए सरदार मजीठिया ने कहा कि इस केस का मुख्यिा सिमरजीत सिंह संधू सर्वजीत सिंह संधू का बेटा है, जिसे 2006 में कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के दौरान अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड का मैंबर नियुक्त किया गया था। उन्होने कहा कि सिमरजीत संधू के कांग्रेस पार्टी के साथ संबधों की जांच होनी चाहिए तथा उससे जुड़े सभी कांग्रेसियों का पर्दाफाश करके उनके खिलाफ केस दर्ज होने चाहिए।

अकाली नेता ने कहा कि यह भी एक तथ्य है कि पुलिस ने पहले कांग्रेसी पार्षद प्रदीप शर्मा के घर तथा होटल पर छापा मारा था तथा उसके बाद अमृतसर में हेरोईन बनाने वाले कारखाने का पर्दाफाश किया था। उन्होने कहा कि प्रदीप शर्मा को छोड़ दिया गया, क्योंकि उसकी अमृतसर के सांसद, स्पीकर तथा मुख्यमंत्री के आवास पर खींचे फोटो थे तथा उसकी गिरफतारी के साथ कांग्रेस पार्टी को बड़ी परेशानी होनी थी। उन्होने कहा कि स्पष्ट है कि शर्मा परिवार, जिसमें गिरफतार किया गया प्रदीप का बेटा साहिल भी शामिल है, नशा तस्करी का कारोबार करता था। उन्होने कहा कि उनके पास रणजीत राणा समेत अन्य व्यक्तियों की भी तस्वीरें हैं, राणा के पास 7.5 करोड़ रूपए के नशे पकड़े जाने के बावजूद कांग्रेस पार्टी द्वारा उसे ब्लॉक समिति की टिकट दी गई थी तथा हाल ही में उसके पास 45 करोड़ रूपए की हेरोईन पकड़ी गई थी।

सरदार मजीठिया ने विधानसभा में बिजली दरों में की बढ़ोतरी, बिजली घोटाले, किसान आत्महत्या तथा कांग्रेस सरकार की युवाओं को नौकरियां देने में विफलता जैसे लोक मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए की ड्रामेबाजी की सख्त निंदा की।

उन्होने विधानसभा में नशा तस्करी जैसे संवेदनशील मुद्दों पर आम आदमी पार्टी द्वारा कांग्रेस से दिखाई दोस्ती की सख्त निंदा की । उन्होने कहा कि आप विधायकों ने आज कांग्रेस पार्टी को निशाना बनाने से साफ इंकार कर दिया। उन्होने नशा तस्करों का संरक्षण करने के लिए जिम्मेदार कांग्रेसियों के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग नही की, क्योंकि वह कांग्रेस पार्टी की बी टीम बन चुके हैं।उन्होने कहा कि हम इसका लोगों के आगे पर्दाफाश करेंगे तथा नशा व्यापार में शामिल सभी कांग्रेसी नेताओं के खिलाफ सरकार को कार्रवाई करने के लिए बाध्य करेंगे।

Written By
The Punjab Wire