सरकारी कालेज गुरदासपुर के विद्याथियों ने सीएए, एनपीआर व एनआरसी के खिलाफ किया रोष मार्च किया
गुरदासपुर। सीएए, एनपीआर व एनआरसी के खिलाफ बुधवार को पंजाब स्टूडेंट्स यूनियन के नेतृत्व में सरकारी कालेज के विद्यार्थियों ने कालेज में गेट रैली करने के उपरांत पुराने बस स्टैंड तक रोष मार्च किया।
यूनियन के प्रदेश नेता अमर क्रांति व जिला नेता मनी भट्टी ने संयुक्त तौर पर कहा कि केंद्र सरकार ने पास किया नागरिकता संशोधन कानून आम लोगों के लिए विरोधी है। इस कानून के तहत सीधे तौर पर मुस्लिमों को निशाना बनाया जा रहा है। लेकिन इससे सिर्फ मुस्लिमों को ही नहीं बल्कि आम लोगों को भी पास किया यह कानून अपनी चपेट में लेगा। इसके माध्यम से प्रत्येक व्यक्ति को अपनी नागरिकता साबित करनी पड़ेगी। यदि नागरिकता साबित करने के लिए पेश किए गए दस्तावेजों में कोई त्रुटि आती है तो उसे नागरिकता मिलने पर अंकुश लग सकता है।
भारत की इतनी बड़ी जनसंख्या की नागरिकता संबंधी बनाए कानून को लागू करने में यदि दस फीसदी कोई विभागीय नुक्स या कोई त्रुटि रह जाती है तो इस कानून से 13 करोड़ के करीब भारतीय लोग सीधे स्टेटलैस हो जाएंगे और यह दुनिया की सबसे बड़ी जनसंख्या होगी। सीएए के जरिए जो लोग एनआरसी में लिए जाएंगे, उन्हीं शनार्थियों की सूची में रखा जाएगा और उनके अधिकारों को खत्म भी किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकारें इन कानूनों के खिलाफ प्रस्ताव पारित कर महज खानापूर्ति कर रही है। जबकि वह भी एनआरसी करने के अधिकार में है। घर-घर नौकरी का वादा करने वाली कैप्टन सरकार ने बेरोजगारी का रजिस्टर तैयार करने की मांग करते हुए अपने मेनिफेस्टो में घर-घर नौकरी देने का वादे को भूल चुकी है। उन्होंने कहा कि सरकार ने लोगों का ध्यान भटकाने के लिए यह कानून बनाया है।