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लोगों को मुर्ख न बनाए जाखड़, वह बताए कि प्राईवेट थर्मल प्लांटों को प्रदूषण-रोधी उपकरण लगाने के लिए एक्सटेंशन क्यों दी गईः अकाली दल

लोगों को मुर्ख न बनाए जाखड़, वह बताए कि प्राईवेट थर्मल प्लांटों को प्रदूषण-रोधी उपकरण लगाने के लिए एक्सटेंशन क्यों दी गईः अकाली दल
  • PublishedFebruary 10, 2020

प्रोफेसर चंदूमाजरा ने जाखड़ से पूछा कि वह 4100 करोड़ रूपए के घोटाले के बारे चुप क्यों है?

कहा कि जाखड़ को ड्रामेबाजी करने की बजाय बिजली दरों में की बढ़ोतरी वापिस करवानी चाहिए

चंडीगढ़/10फरवरीः शिरोमणी अकाली दल ने आज पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ से कहा है कि वह तलवंडी साबो थर्मल प्लांट द्वारा किए जा रहे प्रदूषण के बारे चिंता व्यक्त करके लोगों को मुर्ख न बनाए जबकि उसकी अपनी सरकार ने प्रदूषण-रोधी उपकरण लगाने की सिफारिश करके इस प्लांट का अतिरिक्त समय बढ़ाया था।

यहां एक प्रेस बयान जारी करते हुए वरिष्ठ अकाली नेता प्रोफेसर चंदूमाजरा ने कहा कि यह दूसरी बार है कि सुनील जाखड़ ने 4100 करोड़ रूपए के बिजली घोटाले से ध्यान हटाने के लिए अनावश्यक ड्रामेबाजी की है। इस घोटाले में कांग्रेस सरकार द्वारा प्राईवेट थर्मल प्लांटों के हितों की रक्षा के लिए बहुत जल्दबाजी दिखाई गई थी। उन्होने कहा कि मैं जाखड़ को एक साधारण सवाल पूछना चाहता हूं कि वह 4100 करोड़ रूपए के बिजली घोटाले के बारे क्यों चुप है? वह इस केस पर कार्रवाई के लिए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह यां कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के पास क्यों नही लेकर गए?

अकाली नेता ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सिर्फ कांग्रेस पार्टी के भ्रष्ट सौदों से ध्यान हटाने के लिए यह ड्रामेबाजी कर रहा है जबकि कांग्रेस की हेराफेरियां ही बार बार बढ़ रही बिजली दरों का असली कारण है। उन्होने कहा कि यदि जाखड़ इस मसले के बारे सचमुच संजीदा होता तो उसने 4100 करोड़ रूपए के बिजली घोटालों की एक स्वतंत्र जाचं करवानी थी यां राज्य प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड को प्रदूषण-रोधी उपकरण न लगाने के लिए सभी प्राईवेट थर्मल प्लांटों को बंद करवाने का निर्देश देना था।

यह टिप्पणी करते हुए कि कांग्रेस सरकार प्राईवेट थर्मल प्लांटों के प्रबंधकों के साथ अंदरूनी तौर पर मिली हुई है, प्रोफेसर चंदूमाजरा ने कहा कि कांग्रेसी नेताओं ने सरकारी खजाने को 4100 करोड़ रूपए का चूना लगाने के लिए प्लांटों के प्रबंधकों के साथ गुप्त समझौते किए थे। उन्होने कहा कि अब राज्य प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड ने कांग्रेस सरकार के इशारे पर उन प्राईवेट थर्मल प्लांटों के प्रबंधकों को दो साल की राहत दे दी है, जिन्होेने फयूल गैस डीसल्फराईजेशन यूनिट पिछले साल 31 दिसंबर तक लगाने थे।

उन्होने कहा कि यह एक अन्य घोटाला है। कितनी हैरानी की बात है कि इस घोटाले का विरोध तथा पर्दाफाश करने की बजाय जाखड़ मानसा जिले के गांवों में चला गया तथा यह प्रभाव देने का ड्रामा करने लगा कि कांग्रेस सरकार लोगों के साथ खड़ी है। सच्चाई यह है कि कांग्रेस पार्टी ने प्राईवेट थर्मल प्लांटों के प्रबंधकों के साथ मिलीभगत की हुई है तथा जाखड़ सरकार को आलोचना से बचाने के लिए घटिया हथकंडे इस्तेमाल कर रहा है।

प्रोफसर चंदूमाजरा ने पीपीसीसी अध्यक्ष को यह भी सलाह दी कि यदि वह सचमुच पंजाब के लोगों को न्याय दिलाना चाहता है तो उसे मुख्यमंत्री से जवाब मांगने चाहिए तथा यदि कैप्टन उसे मिलने से इंकार करता है, जिस तरह कि वह पहले भी कर चुका है तो उसे सोनिया गांधी से संपर्क करना चाहिए। उन्होने कहा कि यदि ऐसा भी नही होता तो तुम्हे तत्काल अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होने जाखड़ से कहा कि वह जवाब दे कि उसने बार बार बढ़ी बिजली दरों संबधी क्या किया है? तुम बिजली दरों में की बार बार बढ़ोतरी को चुपचाप देखते रहे हो, जिन्होने पंजाब में देश में सबसे मंहगी बिजली कर दी है। उन्होने कहा कि इसने आम आदमी की जिंदगी को नर्क बनाकर रख दिया है। इसीलिए अच्छा होगा कि यदि तुम घटिया ड्रामेबाजी करने की बजाय बिजली दरों में की बढ़ोतरी को वापिस करवाओ।

Written By
The Punjab Wire