एमएलआर का रिजल्ट रिव्यू कर बदलने के एवज में मांगे थे 30 हजार रुपए
गुरदासपुर। सिवल अस्पताल गुरदासपुर में तैनात डाक्टर मंजीत सिंह को विजिलैंस विभाग गुरदासपुर की टीम ने 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। इस संबंधी शिकायतकर्ता अमरीक सिंह पुत्र स्वर्ण सिंह निवासी गांव भिट्ठेविंड (कादियां) की शिकायत पर विजिलैंस की ओर से यह कारवाई की गई है।
अमरीक सिंह ने अपने ब्यानों में बताया कि वह खेतीबाड़ी का काम करता है। उनका हरदेव सिंह पुत्र प्रीतम सिंह निवासी गांव पसनवाल नामक व्यक्ति के साथ निजी रंजिश के चलते झगड़ा हुआ था। उक्त ने जाली चोट लगा कर सिवल अस्पताल गुरदासपुर में डाक्टरों के बोर्ड के पास से मैडिकल लीगल रिपोर्ट पर मेरे और मेरे भाई रजिंदर सिंह के खिलाफ आईपीसी धारा 326 का रिजल्ट हासिल कर लिया।
जिस संबंधी उन्होने उक्त मेडिकल लीगल रिपोर्ट को रिव्यू करने के लिए सिवल सर्जन गुरदासपुुर को लिख्ती शिकायत दी। इस संबंधी एसएमओ की ओर से डाक्टरों का बोर्ड बनाया गया। जिस संबंधी 3 फरवरी 2020 को बोर्ड के सदस्य मंजीत सिंह को वह मिले, जिन्होने कहा कि कारवाई उन्ही की ओर से की जानी है।
जिसके बदले उन्होने 30 हजार रुपए की मांग की परन्तु बातचीत 20 हजार रुपए पर तय हुई। उन्होने कहा कि वह 20 हजार बतौर रिश्वत लेकर 10 फरवरी 2020 को सिवल अस्पताल गुरदासपुर मेरे कमरे में आ जाना। वह रिश्वत से काम नही करवाना चाहता था जिसके चलते वह 2000 हजार रुपए के 10 नोट लेकर डीएसपी विजिलैंस गुरदासपुर कंवलदीप कौर के पास चले गए ।
इस संबंधी डीएसपी कंवलदीप कौर ने बताया कि डाक्टर मंजीत सिंह को सरकारी गवाह बागबानी विकास अफसर सुखपाल सिंह संधू तथा कर एवं आबकारी विभाग बटाला के हीरा लाल के सामने 20 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है। उक्त के खिलाफ अमृतसर रेंज में मामला दर्ज कर लिया है। उन्हे गिरफ्तार कर अमृतसर रेंज में ले जाया गया।