बटाला के रियाली कला के लोगो ने खुद 40 लाख से अधिक खर्च कर गांव की बदली नुहार
प्रवासी भारतीय के सहयोग से खुद लिखी विकास की इबारत
बटाला। गुरु साहिब के महावाक्य अपने हाथों से किरत करने के वाक्य पर अमल करते हुए गांव रियाली कला के लोगों ने अपने गांव के कई कार्य को खुद अंजाम देकर गांव की नुहार बदल दी। प्रवासी भारतीयों के सहयोग से गांव निवासियों की ओर से गांव में विभिन्न विकास कार्यो पर 40 लाख से अधिक खर्च किया गया है।
इस राशि से गांव के सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल सरकारी प्राइमरी स्कूल आंगनवाड़ी केंद्र सेहत विभाग का सब सेंटर की इमारत की मरम्मत करवाने के साथ-साथ गांव का श्मशान घाट और गलियों नालियों को बनाया गया है। गांव के छप्पर की सफाई करके पानी की निकासी की समस्या को हल किया गया है। गांव के प्रवासी भारतीय सुखविंदर सिंह (यूएसए),दविंदर सिंह (यूएसए) मनजीत सिंह (यूएसए) का गांव के विकास में सबसे अधिक योगदान रहा है।
गांव के लोगों की ओर से विकास क्लब बनाकर सभी के सहयोग से विकास कार्य किए जा रहे हैं। जिनकी बदौलत सिर्फ 2 वर्षों में ही गांव किसी शहर की विकसित कॉलोनी जैसा लगने लगा है। गांव निवासियों की ओर से खुद अपने द्वारा लिखी गई विकास की इबारत को देखते हुए डिप्टी कमिशनर विपुल उज्जवल अतिरिक्त जिलाधीश विकास रणवीर सिंह मुधल व अन्य जिला अधिकारी विशेष शुरू पर गांव में पहुंचकर गांव के विकास कार्यों का जायजा भी लिया था।
डीसी ने गांव निवासियों की ओर से तैयार किए गए सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल सरकारी प्राइमरी स्कूल आंगनवाड़ी केंद्र सेहत विभाग का सब सेंटर इमारतों को देखा और उनकी सेवा को सराहनीय बताया। इस मौके पर सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में दानी सज्जनों के सम्मान के लिए कराए गए एक समागम दौरान डीसी ने कहा कि वह गांव के लोगों की विकास पक्षीय सोच को सलाम करते हैं। उन्होंने कहा कि इन स्कूलों में सरकार की ओर से काबिल अध्यापक नियुक्त किए गए हैं और पढ़ाई ई कंटेंट के माध्यम से कराई जाती है।
गांव रियाली कला विकास क्लब के प्रधान हरपाल सिंह ने बताया कि प्रवासी भाइयों के सहयोग से गांव में 40 लाख से अधिक खर्च किया जा चुका है। गांव के लोगों का बहुत सहयोग मिल रहा है और भविष्य में भी इसी तरह भलाई के विकास काम किए जाएंगे। इस मौके पर सुखजिंदर सिंह, दविंदर सिंह, मनजीत सिंह, हरपाल सिंह, मलकीत सिंह , जिला प्रोग्राम अफसर साधना सोहल , प्रिंसिपल मोनिका महाजन ,सरपं हरजीत सिंह, जगतार सिंह आदि उपस्थित थे।