गुरदासपुर। सीजन 2020-21 के दौरान शूगर मिल पनियाड़ द्वारा किसानों की काटी हुई पेनेलटी खातों में न डालने के विरोध में लोक भलाई इंसाफ वेलफेयर सोसायटी के नेतृत्व में किसानों ने जीएम शूगर मिल पनियाड़ के समक्ष धरना देने के बाद पठानकोट-अमृतसर नेशनल हाइवे पर जाम करके धरना दे दिया। किसानों ने हाथों में झंडियां पकडक़र मिल मालिकों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
हरदेव सिंह चिट्टी ने बताया कि किसानों की काटी हुई पेनेलटी सरासर किसानों के साथ धक्का है, क्योंकि 25 नवंबर 2020 के बाद शूगरमिल पनियाड़ ठीक तरीके से नहीं चल सकी। जिससे किसानों को अपना गन्ना दूर दराज की सरकारी और प्राइवेट मिलों को सप्लाई करना पड़ा। किसानों को महंगे भाव का डीजल फूंककर ट्रैफिक में से गुजरते हुए घर से लेकर 60 से 100 किलोमीटर तक की मिलों को गन्ना सप्लाई करना पड़ा। क्योंकि शूगर मिल पनियाड़ तकनीकी खराबी के कारण अपना गन्ना पूरा क्रैश नहीं कर सका था। जिससे केन कमिश्नर ने भी किसानों की यह समस्याओं को देखते हुए पेनेलटी माफ करने के बारे में कहा गया था। केन कमिश्नर के आदेशों की पालना न करते हुए शूगर मिल पनियाड़ के मैनेजमेटं द्वारा करीब 1600 किसानों की पेनेलटी करीब एक करोड़ 17 लाख रुपए काटी गई है। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों जीएम को मांग पत्र सौंपकर मांग की गई थी कि 16 सितंबर तक उनके खातों में राशि डाल दी जाए। इसके साथ ही चेतावनी दी गई थी कि यदि 16 सितंबर तक उनकी पेनेटली खातों में न डाली गई तो धरना दिया जाएगा, मगर लेकिन मिल प्रबंधकों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया।
डेढ़ बजे तक प्रशासन का इंतजार करते रहे किसान-
किसानों द्वारा दिए गए समय के बाद पेनेलटी खातों में न डालने के विरोध में किसान शूगर मिल के समक्ष एकत्र होने शुरु हो गए। जिसके बाद उन्होंने धरना देकर नारेबाजी करनी शुरु कर दी। मगर डेढ़ बजे तक कोई भी प्रशासनिक अधिकारी मौके पर न पहुंचने के चलते किसानों ने अपना वहां से धरना उठाकर नेशनल हाइवे पर जाम जाम लगा दिया। इस मौके पर जगीर सिंह, कुलवंत सिंह, जसवंत सिंह, गुरदयाल सिंह आदि उपस्थित थे।