गुरदासपुर। गुरदासपुर में चल रही 400 से अधिक ई रिक्शा चालकों को उनके अधिकार नहीं पता जिसके चलते जैसे ही ई रिक्शा चालक सवारी उठाकर दीनानगर व धारीवाल क्षेत्र में जाते हैं तो उनका ऑटो चालक विरोध करना शुरू कर देते हैं। कई बार तो मामला हाथापाई तक उतर आता है। जिसके चलते ऐसा मामला बिगड़ता देख गुरदासपुर के सभी ई रिक्शा चालकों ने जेल रोड में पुडा मैदान में एक बैठक करने के बाद पहले तो एसएसपी ऑफिस के बाहर धरना लगा दिया। जब वहां से उनकी समस्याएं सुनी गई तो उन्हें रीजनल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी कार्यालय के बाहर धरना देने के लिए बोल दिया गया। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि ऑटो रिक्शा चालक उन्हें मारपीट कर उन्हें तंग परेशान करते हैं जिसके चलते ई रिक्शा के रजिस्ट्रेशन और अपने अधिकार जानने के लिए कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे हैं ,ताकि उन्हें बताया जा सके कि वह ई रिक्शा की सीमा में कहां तक चला सकते हैं, ताकि दूसरे इलाके के लोग उनका विरोध ना करें।
गुरदासपुर में चल रहे अधिकतर ई-रिक्शा चालको ने अपने रिक्शा को ट्रांसपोर्ट विभाग से रजिस्टर्ड ही नहीं करवाया है। हालांकि इस बात का आरोप रिक्शा चालक कंपनियों पर लगाते हैं जहां से ई रिक्शा की खरीद करते हैं। बैटरी से चलने वाले यह रिक्शा ऑटो चालकों को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं जिसके चलते ऑटो चालकों का कहना है कि वह पंजाब सरकार को टैक्स देते हैं और उनकी गाडिय़ां पेट्रोल डीजल पर चलती हैं ।इसके चलते ई रिक्शा चालकों का विरोध कर रहे हैं। उधर ई रिक्शा चालकों के प्रधान लक्खा का कहना है कि जब तक उन्हें उनके अधिकारों संबंधी जानकारी नहीं दी जाती या उनके ई रिक्शा रजिस्टर्ड नहीं किए जाते तब तक वह सरकारी अधिकारियों के कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन करते रहेंगे।
धरने के दौरान पंजाब के वित्त सचिव कामरेड शिव कुमार, उप प्रधान कामरेड ध्यान सिंह, जिला प्रधान कामरेड जसवंत सिंह ने बताया कि उनके एक शिष्टमंडल को एसएसपी ने अपने कार्यालय में बुलाया। रिक्शा चालकों से हो रही ज्यादाती के बारे में पूरी बात सुनने के बाद एसएसपी ने निचले अधिकारियों को इन शरारती तत्वों के खिलाफ सख्ती करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही आश्वासन दिलाया कि गुंडागर्दी को सिर नहीं उठाने दिया जाएगा। किसी भी व्यक्ति को कानून अपने हाथ लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी।