गुरदासपुर, 21 अगस्त (मनन सैनी)। कोरे आश्वासन से परेशान हो चुके मेरिटोरियस स्कूलों के अध्यापकों ने परिवार सहित रक्षा बंधन वाले दिन रविवार को मोती महल का घेराव करने के लिए फैसला किया है। यूनियन के प्रदेश नेता कुलविंदर सिंह बाठ ने कहा कि शिक्षा विभाग में अपनी सेवाएं रेगुलर करवाने के लिए लगातार अपनी आवाज बुलंद की जा रही है, लेकिन बार-बार उनकी जायज मांगों को सरकार अनदेखा कर रही है। जिससे अध्यापकों में रोष पाया जा रहा है। हालांकि नवनियुक्त कांग्रेस के पंजाब प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू से मिले आश्वासन भी झूठे ही निकले है। जिसके चलते अध्यापक यूनियन ने 22 अगस्त को पटियाला में स्थित मुख्यमंत्री की रिहायश का घेराव करने का फैसला किया है। उन्होने कहा कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं हो जाती, तब तक वह घर नहीं लौटेंगे। पटियाला जाने के लिए तैयारियां भी मुकम्मल कर ली गई है।
उन्होंने कहा कि पंजाब के दस मेरीटोरियस स्कूलो में बड़ी संख्या में पीएचडी, एम फिल, यूजीसी (नेट) पास और गोल्ड मेडलिस्ट अध्यापक सरकारी नियमों अनुसार भर्ती होकर पिछले सात वर्षों से ठेके की नौकरी का संताप झेल रहे है। सरकार ने शिक्षा विभाग में रेगुलर करने के लिए बनाई पालिसी के जरिए एसएसए/रमसा के 8886 अध्यापकों को तो शिक्षा विभाग में रेगुलर कर दिया, मगर मेरिटोरियस स्कूलों के अध्यापकों के साथ सरेआम धोखा करते हुए इस पालिसी के अधीन क्लिक करवा कर भी रेगुलर नहीं किया। इस मौके पर दलजीत कौर, विपनीत कौर, प्रभजोत कौर, साक्षी सहगल, सुखजीत सिंह, प्रितपाल सिंह, गुरदीप सिंह, अमरीश शर्मा, बिक्रमजीत सिंह, जतिंदरपाल सिंह, हरप्रीत सिंह, जगबीर सिंह, रितू महाजन, अमृता सिंह, सपना आदि उपस्थित थे।