अभिनेत्री दीपिका पादुकोण के जेएनयू जाने को लेकर उठे विवाद के बीच सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि सिर्फ कलाकार ही क्यों, कोई भी आम आदमी अपने विचार प्रकट करने के लिए कहीं भी जा सकता है और इसमें कहीं कोई आपत्ति नहीं हो सकती।केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक के बाद जावड़ेकर ने संवाददाताओं के सवाल के जवाब में कहा, ‘यह लोकतांत्रिक देश है । कोई कलाकार ही क्यों, कोई भी सामान्य व्यक्ति कहीं जा सकता है, अपनी राय रख सकता है । इसमें कोई आपत्ति नहीं, कभी किसी ने आपत्ति की भी नहीं ।’इस बारे में कई सवालों के जवाब में उन्होंने कहा कि मैं भाजपा का मंत्री भी हूं और प्रवक्ता भी और मैं यह बात कह रहा हूं । बहरहाल, जावड़ेकर ने एक अन्य सवाल के जवाब में कहा कि देश के किसी हिस्से में कहीं भी हिंसा हो, तब हम उसकी भर्त्सना करते हैं । हमारा परिपक्व लोकतंत्र है और सभी को अपनी राय रखने का अवसर है । इसलिये हिंसा का देश में कोई स्थान नहीं है ।
दरअसल बीते रविवार को जेएनयू में हुई हिंसा के खिलाफ छात्रों के विरोध प्रदर्शन को समर्थन देने अभिनेत्री दीपिका पादुकोण मंगलवार को देर शाम अचानक जेएनयू कैंपस पहुंची। दीपिका इस दौरान छात्रों के विरोध मार्च में शामिल हुईं। अपनी टीम के साथ पहुंची दीपिका ने करीब एक घंटे तक प्रदर्शन में भाग लिया। उन्होंने इस दौरान छात्रसंघ अध्यक्ष आईशी समेत अन्य छात्रों से बात की। हालांकि उन्होंने छात्रों के प्रदर्शन को संबोधित नहीं किया।
अभिनेत्री दीपिका पादुकोण राष्ट्रीय राजधानी में अपनी आगामी फिल्म ‘छपाक’ के प्रचार के लिए आईं थी । उनके जेएनयू जाने को लेकर विवाद उत्पन्न हो गया।
छपाक फिल्म के बायकाट की अपील
छात्रों के विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के बाद दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता तेजिंद्र बग्गा ने दीपिका के प्रदर्शनकारियों को समर्थन देने पर नाराजगी जताई है। उन्होंने आम लोगों से दीपिका की आने वाली फिल्म ‘छपाक’ का बायकाट करने की अपील की। जिसके बाद देखते ही देखते सोशल मीडिया पर दीपिका की आगामी फिल्म का बहिष्कार अभियान शुरु हो गया।
क्या है पूरा मामला
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में हॉस्टल फीस बढ़ोतरी का विरोध कर रहे छात्रों ने शुक्रवार को विश्वविद्यालय का सर्वर बंद कर दिया था। सर्वर बंद होने से विश्वविद्यालय के कामकाज के साथ विंटर सेमेस्टर का रजिस्ट्रेशन भी रुक गया। उधर, विश्वविद्यालय प्रसासन ने कहा कि वह सर्वर बंद करने वाले छात्रों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करेगा।
जेएनयू प्रशासन के मुताबिक शुक्रवार को दोपहर करीब एक बजे छात्रों का एक गुट चेहरे पर कपड़ा और मास्क लगाकर सेंटर फॉर इन्फॉर्मेशन सिस्टम के कमरे में गया और पावर सप्लाई बंद कर दी। इसके साथ ही सर्वर भी बंद कर दिया।
सर्वर बंद होने से रेजिस्ट्रेशन का काम रुक गया। विंटर सेमेस्टर के तहत सभी छात्रों को दोबारा रेजिस्ट्रेशन करना अनिवार्य है। इसके लिए पांच जनवरी तक आखिरी मौका है। रजिस्ट्रेशन न करने वाले छात्रों का दाखिला रद्द हो जाता है।