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वैंटिलेटर बनाम राजनिति- सांसद देओल की ओर से दिए दो वैंटिलेयर समेत कुल चार वैंटिलेयर लुधियाना हुए शिफ्ट, गुरदासपुर में नही था स्टाफ उपलब्ध

वैंटिलेटर बनाम राजनिति- सांसद देओल की ओर से दिए दो वैंटिलेयर समेत कुल चार वैंटिलेयर लुधियाना हुए शिफ्ट, गुरदासपुर में नही था स्टाफ उपलब्ध
  • PublishedMay 14, 2021

 सांसद दओल ने मंजूरी देने से पहले लिखा मंजूरी देने की सिवाए कोई चारा नहीं बचा, भाजपा ने उठाए सवाल क्यों एक साल तक वैंटीलेटर टीम का गठन नहीं कर पाई सरकार 

गुरदासपुर, 14 मई (मनन सैनी)। जिले में वैंटिलेटर बनाम राजनिति शुरु हो चुकी है। जिसके चलते भाजपा की जिला टीम को एक साल बाद जिले में सांसद एवं सिने स्टार सनी देओल की ओर से दिए गए वैंटिलेटरों की याद आई है। याद आना स्वाभाविक है क्योंकि उनकी पार्टी के सांसद की ओर से दिए गए वैंटिलेटर दूसरे जिले में भेज दिए गए है। हालांकि इतने समय में वैंटिलेटर क्यों नहीं चलाए गएं क्यों उन्हे चलाने के लिए गुरदासपुर जिले के तीन मंत्री रुचि नही ले रहे बतौर विपक्ष यह जानने की कौशिश भी नहीं की गई। अगर सरकार ने इस संबंधी कोई सुध नहीं तो बतौर विपक्ष वैंटीलेटर संबंधी स्टाफ उपलब्ध करवाने संबंधी भाजपा ने मुद्दा उठाने की कोई जहमत नहीं उठाई। नतीजा यह निकला कि चार वैंटिलेटर गुरदासपुर से लुधियाना लोन बेसिस पर भेज दिए गए। परन्तु देर आए दरुस्त आए कि मिसाल पर फिट बैठते हुए भाजपा की टीम की ओर से शुक्रवार को यह मुद्दा उठाया गया।

बताते चले कि सिवल अस्पताल गुरदासपुर में रखे छह वैंटिलेटरों में से चार वैंटिलेटरों को लुधियाना जिले में शिफ्ट कर दिया गए है। यह वैंटिलेटर गुरदासपुर में क्रिटिकल केयर मैनेजमैंट स्टाफ एवं लाइव स्पोर्टेड उपकर्ण की उपलब्धता न होने के चलते इस्तेमाल नही हो रहे थे। ​लुधियाना के ​​​डिप्टी कमिश्नर की मांग पर चार को लुधियाना शिफ्ट कर दिया गया है। वैंटिलेटर को शिफ्ट करने से पहले सांसद सनी देओल एवं सरबत का भला संस्था के प्रमुख डॉ एस पी ओबराय से प्रशासन की ओर से बकायदा मंजूरी ली गई थी।

गौर रहे कि पिछले साल सिवल अस्पताल गुरदासपुर को दो वैंटिलेटर सांसद सनी देओल एवं दो वैंटीलेटर संस्था के प्रमुख एस पी ओबराए की ओर दिए गए थे। जबकि दो वैंटिलेटर अलग से बटाला के लिए सांसद ने उपलब्ध करवाए थे। इसी तरह वैंटिलेयर का पूरा यूनिट एक निजी अस्पताल प्रबंधन की ओर से सांसद के कहने पर तैयार करवाया गया था। परन्तु जिला गुरदासपुर में लेवल 3 मरीजों के इलाज के लिए सरकार की ओर से मंजूरी न होने के चलते एवं वैंटिलेयर चलाने क्रिटिकल केयर मैनेजमैंट स्टाफ एवं लाइव स्पोर्टेड उपकर्ण की उपलब्धता न होने के चलते यहां लेवल-3 के मरीज नही रखे जा रहे थे एवं उन्हे समीप के जिला अमृतसर में रैफर किया जाता है। जिसके चलते लुधियाना के डीसी की ओर से वहां मरीजों की संख्या ज्यादा होने के चलते जिसमें गुरदासपुर के मरीज भी शामिल है गुरदासपुर से बतौर लोन वैंटिलेयर मांगे गए ताकि सभी गंभीर मरीजों को वैंटीलेटर की कमी के चलते अपनी जान न गवानी पड़े। जिसे गुरदासपुर के डिप्टी कमिश्नर मोहम्मद इश्फाक ने समझते हुए सांसद सनी देओल एवं समाज सेवीं ओबराए से इसकी मंजूरी मांगी गई और मंजूरी मिलने के बाद वैंटिलेटर भेजे गए।​ 

सांसद सनी देओल ने चिठ्ठी में लिखा मंजूरी देने के सिवाए कोई चारा नही

वैंटिलेटर शिफ्ट करने की मंजूरी देने से पहले सांसद सनी देओल ने भी चिठ्ठी में कहा कि गुरदासपुर में ​वैंटिलेटर चलाने के लिए पूरा स्टाफ न होने के चलते  उनके पास मंजूरी देने के इलावा कोई चारा नही है। सांसद देओल ने कहा कि वह यह जान कर स्तबं हुए है कि गुरदासपुर में कोरोना के उपचार के लिए प्रयाप्त मैन पावर एवं मशीनरी ही नही है। जबकि जिले में कोरोना​ इंफ्कैशन बेहद तेजी से फैल रही है। इस संबंधी वह आगे भी मदद के लिए तैयार रहेगें।

सांसद के निजी सहायक व जिला प्रधान ने साधा निशाना

परन्तु शुक्रवार को पठानकोट में तैनात सांसद के निजी सहायक पंकज जोशी एवं जिला भाजपा प्रधान परमिंदर गिल की ओर से वैंटिलेयर शिफ्ट करने पर सरकार पर​ निशाने साधे गए और जिले के सभी मंत्रियों को आड़े हाथों लेते हुए कहा गया कि जिले के लोगो के साथ जानलेवा लापरवाही बरती गई है। इसी के साथ उन्होने तुरंत प्रभाव से नए वैंटीलेटरों की मांग कर डाली। वहीं सरकार पर सवाल खड़ा करते हुए उन्होने कहा कि पिछले एक साल में क्यों सरकार ने यहां वैंटिलेटर नही चलाए जबकि लेवल-3 के मरीजों को बाहरी जिलों में जाना पड़ रहा है। उन्होने इसे सरकार की नाकाम करार दिया। वहीं उक्त ने गुरदासपुर में सांसद सनी देओल के प्रयासों से ही गुरदासपुर में ऑक्सीजन प्लांट लग रहा है जो पठानकोट एवं बटाला में भी लगेगा। वहीं उन्होने कहा कि  कैप्टन सरकार द्वारा गुरदासपुर के लोगों की जान से खिलवाड करते हुए,इन वैंटीलेटरों को लुधियाना भेज दिया गया। उन्होने कहा कि इससे पहले पठानकोट में भी एंबुलैंस दूसरे जिले में भेज दी गई थी तथा सांसद की ओर से कड़ा नोटिस लेने पर वापिस लाया गया। 

क्या कहते है पंजाब सरकार के मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा

वहीं इस संबंधी पंजाब के स्वस्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू से बार बार संपर्क करने पर भी संपर्क नही हो पाया। परन्तु गुरदासपुर से मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि अभी गुरदासपुर के अस्पताल में पूरी तरह से मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल नही बना है परन्तु उसकी ओर अग्रसर है। भाजपा ब्लेम गेम कर रही है, डाक्टर कभी एक दिन में नही बन जाते। वैंटिलेटर पर जो मरीज आते है उन्हें सांस लेने के साथ साथ कई बार किडनी, दिल सहित कई समस्याएं आती है जिनके लिए पूरे माहिर डाक्टरों की टीम चाहिए तथा अमृतसर में सभी माहिर मौजूद है। जिसके चलते गंभीर मरीजों को माहिर डाक्टरों की देखरेख में इलाज मिल सकें इसके लिए अमृतसर रैफर किया जाता है। उन्होने बताया कि गुरदासपुर में गंभीर मरीजों की संख्या कुछ मात्र है जबकि गुरदासपुर में ही सहीं इलाज मिल पाने वालों की संख्या भी हजारों में है। उन्होने कहा कि क्यों सांसद सनी देओल जोकि मोदी सरकार के बेहद करीबी है मोदी साहिब को कह कर पंजाब के लोगों के लिए वैक्सीन उपलब्ध नहीं करवा रहे। क्यों केंद्र से बोल कर गुरदासपुर से अटके प्रोजेक्ट मजूर नही करवा रहे।

Written By
The Punjab Wire