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एक कदम आगे- जिले में आक्सीजन की कमी नही, परन्तु रिस्क न लेते हुए तीन ऑक्सीजन प्लांट लगाने की तैयारी, जिला गुरदासपुर में इस हफ्ते कम हुई मौत की दर

एक कदम आगे- जिले में आक्सीजन की कमी नही, परन्तु रिस्क न लेते हुए तीन ऑक्सीजन प्लांट लगाने की तैयारी, जिला गुरदासपुर में इस हफ्ते कम हुई मौत की दर
  • PublishedMay 5, 2021

हाई रिस्क होम आईसोलेशन मरीज की होगी और ज्यादा केयर, बनाई टीम -डीसी

बुधवार को हुए चार की मौत, 96 संक्रमित

गुरदासपुर, 5 मई (मनन सैनी)। जिला गुरदासपुर में इस हफ्ते मौत की दर में कमी देखने को मिली है। हालांकि गुरदासपुर जिले में अभी ऑक्सीजन को कोई कमी नही है। फिर भी अगामी कदम उठाते हुए जिला प्रशासन जिले में तीन ऑक्सीजन प्लांट लगाने की तैयारी कर चुका है। जिसमें रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की तरफ से सिवल अस्पताल गुरदासपुर में ऑक्सीजन प्लांट लगाया जाएगा। वहीं बटाला में भी वाटर सप्लाई एडं सैनिटेशन विभाग को भी ​डिप्टी कमिश्नर मोहम्मद इश्फाक की ओर से हिदायते जारी कर प्लांट लगाने के लिए कहा गया है। इसी के साथ साथ कलानौर में कीड़ी शूमर​ मिल (चड्डा शूगर मिल) ने भी सकरात्मक सहयोग देने की अपील करते हुए अगले महीने एक प्लांट लगाने की बात कही है। उक्त जानकारी ​डीसी इश्फाक की ओर से दी गई। वहीं गुरदासपुर में बुधवार को चार मौते दर्ज की गई। वहीं 96 मरीज संक्रमित पाए गए ।

डीसी मोहम्मद इश्फाक

डीसी इश्फाक की ओर से बताया गया कि जिले में अभी तक 5 लाख 45 हजार से उपर सैंपल लिए जा चुके है तथा जिले में संक्रमित आने वालों की दर मात्र 5 से 6 प्रतिशत है, जोकि अन्य जिलों जहां 20 प्रतिशत है के मुकाबले बेहद कम है। जिले में रोजाना करीब 3 हजार से 35 सौं के करीब सैंपल लिए जा रहे है तथा माहिरों के मंत्र टैस्ट, ट्रैक, ट्रेस तथा वैक्सीन का पालन किया जा रहा है। वहीं लेट​रिपोटिंग करने वालों पर कारवाई भी की गई है जिसका रिपोर्टिंग ज्यादा हो रहा है। आईआईटी चेन्नई सोफ्टवेयर इतिहास के जरिए संक्रमित इलाकों को तलाश करने में बेहद मदद मिल रही है। 

उन्होने बताया कि नए ट्रेड के अनुसार मरीज को 14 दिन बुखार रहता है और संक्रमण फेफड़ों में चला जाता है। इन व्य​क्तियों की केयर के लिए पोस्ट कोविड़ बैड़ तैयार किए गए है। जिन्हे ऑक्सीजन वहां दी जाएगी। रेमिडिसेवर की सप्लाई भी निरंतर है।  डीसी इश्फाक ने बताया ​कि वह एक तो केसों को कंट्रोल करने पर ध्यान दे रहे है तथा एक जो मरीज अस्पतालों में आ रहे है उनकी इलाज पर ज्यादा फोकस किया जा रहा है। होम आईसोलेशन वाले मरीजों को पहले टैली कॉलिंग की जाती थी, परन्तु अब होम ऑसोलेशन के मरीजों को दो केटेगरी में बांटा गया है, जिसमें हाई रिस्क तथा लो रिस्क मरीज शामिल है। हाई रिस्क मरीजों की शिनाख्त कर ली गई है तथा माहिरों की टीम बना दी गई है। जो इन मरीजों का हाल चाल पूछेगें तथा जरुरत पड़ने पर टैस्टों करवा कर उनकी पूरी निगरानी करेगें तथा जरुरत पढ़ने पर उन्हे एंबुलैंस के जरिए अस्पताल लाएगें। वहीं कंट्रोल रुप में स्थापित कर दिए गए है।  

70 प्रतिशत वैक्सीन दूसरी डोज वालों को मिलेगी। 
उन्होने बताया कि वैक्सीनेशन में 45 साल से उपर 95 प्रतिशत लोगों को लगी पहली वैक्सीन, बटाला में 65 तथा कलानौर में 80 प्रतिशत लोग जो 45 साल से उपर है ने वैक्सीन लगवा ली है। हालाकि फतेहगढ़ चुड़िया में अभी 45 प्रतिशत लोगों ने पहली डोज लगवाई है। परन्तु वहां भी वैक्सीन का काम तेजी से चल रहा है। उन्होने कहा कि अब 70 प्रतिशत वैक्सीन दूसरी डोज वालों को लगाई जाएगी ताकि उनकी इम्यूनिटी बन सकें। उन्होने साफ कहा कि पहली डोज लगाने से इम्यूनिटी नही बनती दूसरी डोज जरुरी है। अब तक करीब 3 लाख 13 हजार डोज लग चुकी है जिसका लाभ मिलेगा। 

रेहड़ी एवं दुकानकारों के स्वस्थ्य विभाग की ओर से लिए गए सैंपल

वहीं स्वस्थ्य विभाग की ओर से रेहड़ी व दुकानदारों के कोरोना सैंपल लेने का सिलसिला निरंतर जारी है। इस संबंधी गुरदासपुर की एसएमओं डॅा चेतना ने बताया कि मंगलवार को मंडी एवं बुधवार को हनुमान चौंक व बाटा चौंक में स्थित रेहड़ी वालों के सैंपल लिए गए । उन्होने कहा कि सैंपलिंग का सिलसिला निरंतर जारी रहेगा एवं गुरुवार को मेन बाजार, अंदरुनी बाजार एवं अन्य इलाकों के दुकानदारों के सैंपल लिए जाएगें। उन्होने बताया कि सिवल अस्पताल में मरीज की निरंतर देखभाल की जाती है और किसी भी दवा की कोई कमी नही है। उन्होने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वह मास्क लगा कर रखें एवं सैंपलिंग की टीमों का सहयोग करें।

Written By
The Punjab Wire