गुरदासपुर, 27 अप्रैल (मनन सैनी)। थाना सिटी के अधीन आते गांव नवीपुर में स्थित राज पैलेस के साथ वाली गली में सैट इन फाइनेंस कंपनी के करिंदो को दातर तक दिखाकर उनसे 2 लाख 44 हजार रुपए की नकदी छीन ली गई। मंगलवार दोपहर 12:30 बजे घटित हुई। कैश जमा कराने के लिए गुरदासपुर की तिबड़ी रोड पर स्थित आईसीआईसीआई बैंक में जमा करवाने के लिए जा रहे हैं जैसे ही वह अपने ऑफिस से बाहर निकले तो आफिस से करीब 100 मीटर दूरी पर बाइक सवार दो नौजवानों ने दातर दिखाकर पैसे छीन लिए।
घटना की सूचना मिलने के तुरंत पश्चात थाना सिटी सदर व डीएसपी राजेश कक्कड़ मौके पर पहुंचे। घटना के दौरान पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे की मदद से आरोपियों तक पहुंचने की जांच शुरू कर दी है।
पुलिस को भी जानकारी मुताबिक राजेंद्र सिंह पुत्र बलविंदर सिंह , नरेश कुमार पुत्र धर्मपाल, ने बताया कि वह सेट इन फाइनेंस कंपनी पिछले कई सालों से काम कर रहे हैं। वे रोजाना कैश लेकर बैंक में जमा करवाने के लिए जाते हैं। मंगलवार दोपहर 12:30 बजे जैसे ही वह अपने ऑफिस से कैश लेकर 500 मीटर दूरी तक गए तो सामने से आ रहे बाइक सवार दो युवकों ने उनकी बाइक के आगे बाइक रोककर तेजधार हथियार दिखाकर उनसे बैग छीन लिया बता दें कि नरेश कुमार पुत्र धर्मपाल बाइक चला रहा था ।जबकि राजेंद्र सिंह के हाथ में पैसों से भरा बैग था। जिसे आरोपियों ने दातर दिखाकर छीन लिया।
मौके पर पहुंचे डीएसपी राजेश कक्कड़ ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के तत्पश्चात पुलिस बल मौके पर पहुंचा और पीड़ित रजिंदर कुमार और नरेश कुमार के बयान कलम बंद किए हैं ।उनका कहना है कि सीसीटीवी कैमरे में देखा गया है कि एक गुलाबी रंग की सिर पर कपड़ा बांधे हुए व्यक्ति कैमरे में दिखाई दिया है ।जिसके चलते हुए इस दिशा में गए हैं वहां से भी सीसीटीवी कैमरे खंगाल कर आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। इस संबंधी थाना सिटी में मामला दर्ज कर लिया गया है।
दिनदहाड़े हुई घटना ने पुलिस की नींद हराम कर दी है पुलिस कर्मचारी फाइनेंस कंपनी में काम करने वाले राजेंद्र कुमार और नरेश कुमार को हिरासत में लेकर उनसे भी पूछताछ करेंगे ताकि केस की तह तक जांच की जा सके। हालांकि पुलिस को संदेह है कि फाइनेंस कंपनी के कर्मचारियों के ऑफिस से निकलने से लेकर लूट की वारदात तक आरोपितों को पहले से ही इसकी भनक थी इसके चलते पुलिस रजिंदर और नरेश के मोबाइल फोन लेकर उसकी कॉल डिटेल भी खंगालने जा रही है। ताकि घटना संबंधी कुछ अहम जानकारियां जुटाई जा सके।