चडीगढ़, 26 अप्रैल: महामारी के इन चुनौती भरे हालातों के दरमियान तकरीबन 1,80,461 कोविड-19 पॉजि़टिव मरीज़, जिनको घरेलू एकांतवास के अधीन रखा गया था, इस घातक वायरस से सफलतापूर्वक स्वस्थ हो गए हैं और इस समय तकरीबन 38,948 एक्टिव मरीज़ घरेलू एकांतवास के अधीन हैं और हमारी समर्पित टीमों की निगरानी अधीन महामारी के साथ इस जंग पर फतेह पाने के लिए डटे हुए हैं।
यहाँ जारी एक प्रैस बयान में इस सम्बन्धी जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्री स. बलबीर सिंह सिद्धू ने कहा कि हलके लक्षण और बगैर लक्षणों वाले मरीज़ों को अस्पतालों में दाखि़ल होने की ज़रूरत नहीं है और ऐसे मरीज़ टेस्टिंग के समय सिफऱ् घरेलू एकांतवास में रहने का विकल्प चुनें। उन्होंने कहा कि अब तक 2,21,833 मरीज़ों को घरेलू एकांतवास में रहने की सलाह दी गई है, जिनमें से 98 प्रतिशत ने टैलिफ़ोन पर हमारे समर्पित स्वास्थ्य विशेषज्ञों की डॉक्टरी सलाह प्राप्त करके सफलतापूर्वक रिकवर किया है और अब तक केवल 2,331 मरीज़ों को ही संस्थागत निगरानी के लिए रैफर किया गया है।
स. सिद्धू ने कहा कि घरेलू एकांतवास के अधीन पॉजि़टिव मरीज़ों की देखभाल के लिए सभी शहरों और गाँवों के हरेक ब्लॉक में रैपिड रिस्पांस टीमें गठित की गई हैं। उन्होंने कहा कि यदि मरीज़ों की हालत बिगड़ती है और गंभीर लक्षण सामने आते हैं तो मरीज़ों को तुरंत स्वास्थ्य केन्द्रों में भेजा जाता है।
स. सिद्धू ने कहा कि राज्य में 25 अप्रैल तक कोविड-19 के 48,154 एक्टिव मामले हैं। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के लक्षणों, टेस्टिंग या दाखि़ले के लिए नज़दीकी स्वास्थ्य सुविधाओं संबंधी जानकारी और इससे सम्बन्धित किसी भी तरह की सहायता के लिए लोगों के सवालों के जवाब देने के लिए 24 घंटे, 104 हेल्पलाइन विशेष तौर पर कार्यशील की गई है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि 1,90,000 कोरोना फतेह किटों, जिसमें पल्स ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर, स्टीमर और ज़रूरी दवाएँ हैं, की खऱीद की गई है और उनको घरेलू एकांतवास वाले मरीज़ों की बेहतर देखभाल के लिए घरों में ही बाँटा जा रहा है। हालाँकि, इस महीने 38,169 कोरोना फतेह किटें बाँटी गईं। जरूरतमंद मरीज़ों को फूड किटों के अलावा 10,000 पोस्ट हैल्थ केयर किटें भी बाँटी गईं।