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स्कूल खोलने की मांग को लेकर निजी स्कूल प्रबंधकों ने एडीसी को सौंपा सरकार के नाम मांग पत्र

स्कूल खोलने की मांग को लेकर निजी स्कूल प्रबंधकों ने एडीसी को सौंपा सरकार के नाम मांग पत्र
  • PublishedMarch 31, 2021

कर्मचारियों को साथ लेकर किया रोष मार्च

गुरदासपुर,31 मार्च (मनन सैनी)। स्कूल खोलने की मांग को लेकर बुधवार को विभिन्न स्कूल प्रबंधकों की ओर से फेडरेशन ऑफ प्राईवेट स्कूल एवं एसोसिएशन्ज ऑफ पंजाब (रजि) के जिला ​अध्यक्ष मोहित महाजन की अगवाई तले अपने कर्मचारियों को साथ लेकर रोष मार्च निकालने के बाद डीसी की व्यस्ता के चलते एडीसी गुरदासपुर को मांग पत्र सौंपा। इस दौरान निजी स्कूल प्रबंधकों और उनके कर्मचारियों द्वारा बैनर लेकर अपना विरोध दर्ज करवाया गया। इससे पहले स्कूल प्रबंधक अपने कर्मचारियों को साथ लेकर गुरु नानक पार्क में इकट्ठे हुए। जहां से डीसी दफ्तर की तरफ कूच किया गया।

मांग पत्र में कहा गया कि स्कूल प्रबंधन बड़े स्तर पर टीचिंग तथा नान टीचिंग स्टाफ, नैनी, डाईवर, कंडक्टर, माली, सुरक्षा कर्मचारियों, सफाई कर्मचारियों को रोजगार उपलब्ध करवाता है। इसी के साथ साथ सभी कर्मचारियों को उनके परिवार का पालन पोषण करने में मदद करते है। स्कूल नहीं खुलने से उन पर बड़े स्तर पर आर्थिक संकट मडरां रहा है।

निजी स्कूल प्रबंधकों ने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा कोरोना का भय दिखाकर स्कूल बंद करवा दिए गए। जबकि शेष सभी कार्य पहले की तरह खुले हुए हैं। सरकार द्वारा स्कूल बंद किए जाने के कारण निजी स्कूल प्रबंधक अपने कर्मचारियों को वेतन तक नहीं दे पाए। उनकी हालत पतली हो चुकी है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा शराब के ठेके तो खोले गए हैं मगर शिक्षा देने वाले स्कूल नहीं खुलेगी। जहां से सरकार को रैवीनयू आ रहा है, वह सभी कार्य खुलें हुए हैं। जबकि स्कूलों में सरकार की ओर से निर्धारित सभी मांप दंडो तथा निर्देशों को पूरा किया जाता है।

उधर इस मौके पर स्कूलों में काम करने वाले टीचर,बस ड्राइवर कंडक्टर,माली कर्मचारियों ने पंजाब सरकार के खिलाफ रोष व्यक्त करते हुए कहा कि स्कूल बंद होने के कारण उन्हें वेतन नहीं मिल रहा। एक साल पहले ही कोरोना के चलते स्कूल बंद रहे हैं। अब फिर से स्कूल बंद किए जाने के कारण तो फिर से वह वही उसी स्थिती में पहुंच गए हैं जहां वह एक साल पहले थे। पंजाब सरकार अपना फैसला वापस ले नहीं तो वह इसी तरह प्रदर्शन करते रहेंगे। प्राइवेट स्कूलों में काम करने वाले कर्मचारी यही सैलरी पर निर्भर है। अगर सैलरी नहीं मिलेगी तो वह कैसे आप अपने परिवार का पेट पाल सकेंगे। सरकार तुरंत प्रभाव से स्कूल खोलने की घोषणा करें।

Written By
The Punjab Wire