पुलिस ने दोनो को अलग कर किया शांत, बाद में अलग रास्ते से शिष्टमंडल को एसएसपी से मिलाया
एसएसपी के आश्वासन के बाद प्रर्दशनकारियों ने किया धरना समाप्त
गुरदासपुर,25 फरवरी (मनन सैनी)। धारीवाल में रोका मसीह के हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर क्रिश्चियन नेशनल फ्रंट, सीएसएफ यूथ फ्रंट, दल खालसा, शिरोमणि अकाली दल अमृतसर व संयुक्त फ्रंट के नेतृत्व में रोष प्रदर्शन किया गया। इस दौरान स्थिति उस समय तनावपूर्ण बन गई, जब एक अन्य मसीह नेता द्वारा अपने साथियों सहित उक्त लोगों को यह कहते हुए विरोध करना शुरु कर दिया कि वह इस संघर्ष को पहले चला रहे थे, जबकि अब बाहर से कुछ लोग आकर परिवार को बहला फुसला कर अपने हक में कर लिया है। जिला प्रशासन द्वारा स्थिति की गंभीरता को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात करते हुए एक गुट को गुरु नानक पार्क व दूसरे गुट को एसएसपी कार्यालय के बाहर रोक दिया गया। लंबे समय तक चले प्रदर्शन के बाद पुलिस बल द्वारा पीडि़त परिवार के साथ संघर्ष कर रहे लोगों के इस शिष्टमंडल को दूसरे रास्ते से ले जाकर एसएसपी से मिलवाया गया और एसएसपी के आश्वासन के बाद प्रदर्शनकारियों ने अपना धरना समाप्त कर दिया।
उक्त संगठनों की ओर से रोका मसीह के हत्यारों को गिरफ्तार करने व एसएचओ धारीवाल पर मामला दर्ज करने की मांग को लेकर नेहरु पार्क में एकत्र होने के बाद एसएसपी कार्यालय तक रोष प्रदर्शन करने के कार्यक्रम रखा गया था। निर्धारित कार्यक्रम के तहत प्रदर्शनकारी नेहरु पार्क से जेल रोड से होते हुए एसएसपी कार्यालय के तरफ जा रहे थे। इसी दौरान मसीह नेता पीटर चीदा भी अपने समर्थकों को लेकर दूसरे रास्ते से एसएसपी कार्यालय के बाहर पहुंच गए और प्रदर्शनकारियों के विरोध की चेतावनी देने लगे। जिसके चलते पुलिस प्रशासन द्वारा पीटर चीदा को एसएसपी कार्यालय के बाहर रोक दिया गया। जबकि दूसरे गुट को गुरु नानक पार्क के बाहर बेरीकेड करके रोक लिया गया।
दोनों जगहों पर प्रदर्शनकारी अपनी-अपनी मांग को लेकर अड़ गए। पुलिस अधिकारियों द्वारा मामले की गंभीरता को देखते हुए डीएसपी भारत भूषण को गुरु नानक पार्क की तरफ भेजा गया और उन्होंने प्रदर्शनकारियों से बातचीत कर उनके एक शिष्टमंडल को एसएसपी से मिलवाने के लिए उन्हें राजी कर लिया। जिसके बाद प्रदर्शनकारियों का शिष्टमंडल क्रिश्चियन नेशनल फ्रंट के राष्ट्रीय प्रधान लारेंस चौधरी के नेतृत्व में एसएसपी से मिले। लारेंस चौधरी ने बताया कि एसएसपी द्वारा उन्हें जल्द ही आरोपितों की गिरफ्तारी करने वाले व अन्य मांगों पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिलाया। जिसके चलते फिलहाल धरना समाप्त किया गया है। लेकिन अगर यदि ही उन्हें इंसाफ न मिला तो वह हाईकोर्ट का रुख करेंगे।
दूसरी तरफ उक्त मामले संबंधी जब लारेंस चौधरी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि यह लोग इस समय पीडि़त परिवार का साथ देने की बजाए चौधर के चक्कर में उनका विरोध कर रहे है। ऐसा करके वह सीधे रुप से मामले में आरोपी एसएचओ को बचाने का प्रयास कर रहे है। लेकिन वह उन्हें इस चाल में सफल नहीं होने देंगे।