एसबीआई ने पुलवामा हमले के शहीद मनिंदर की शहादत को किया नमन
गुरदासपुर 16 फरवरी (मनन सैनी)। दो वर्ष पूर्व पुलवामा के आवंतिपोरा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए फिदायीन हमले में अपने 40 साथियों सहित शहादत का जाम पीने वाले सीआरपीएफ की 75 बटालियन के शहीद कांस्टेबल मनिंदर सिंह की शहादत को नमन करने के लिए भारतीय स्टेट बैंक दीनानगर की शाखा में चीफ मैनेजर प्रदीप भारद्वाज की अध्यक्षता में एक श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के महासचिव कुंवर रविंदर सिंह विक्की व शहीद मनिंदर के पिता सतपाल अत्तरी बतौर मुख्य मेहमान शामिल हुए। इनके अलावा शहीद के भाई लखवीश सिंह, शहीद सिपाही जतिंदर कुमार के पिता राजेश कुमार, शहीद सिपाही मनदीप कुमार के पिता नानक चंद, शहीद सिपाही कुलदीप कुमार के पिता बंत राम, भारत विकास परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री राधे श्याम महाजन, इंडियन एक्सि सर्विसमैन लीग के ब्लाक प्रधान सूबेदार मेजर मदन लाल शर्मा आदि ने विशेष मेहमान के तौर पर शामिल होकर शहीद को श्रद्धासुमन अर्पित किए। सर्वप्रथम आए मेहमानों ने शहीद के चित्र समक्ष ज्योति प्रज्जवलित व पुष्पांजलि अर्पित कर कार्यक्रम का आगाज किया।
समारोह को संबोधित करते हुए कुंवर रविंदर विक्की ने कहा कि दो वर्ष पूर्व पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुआ फिदायीन हमला देश की अस्मिता पर गहरा आगात था। जिसमें देश के 40 जवान शहीद हो गए थे। जिसे लेकर हर देशवासी आक्रोशित था। इस हमले में भारतीय सेना ने 40 जवानों की शहादत का बदला पाकिस्तान पर एयर स्ट्राइक कर लिया था। उन्होंने कहा कि 26 मार्च 2019 को भारतीय स्टेट बैंक के राष्ट्रीय चेयरमैन रजनीश कुमार व सीजीएम चंडीगढ़ राणा आशुतोष कुमार सिंह के आदेश पर इस बैंक में शहीद मनिंदर का चित्र सुशोभित किया गया था ताकि बैंक में आने वाला हर ग्राहक व बैंक स्टाफ मनिंदर की शहादत से प्रेरणा लें सके। उन्होंने कहा कि एसबीआई देश का पहला ऐसा बैंक है, जिसमें एक शहीद का चित्र सुशोभित हुआ है। कुंवर विक्की ने कहा कि आज देश की सीमाएं इस लिए महफूज है कि सरहदों पर तैनात शहीद कांस्टेबल मनिंदर सिंह जैसे जांबाज सैनिक दुश्मन की हर चुनौती का मुंह तोड़ जवाब दे रहे है। उन्होंने कहा कि जिस स्थान पर शहीदों को नमन किया जाता है, वो स्थान तीर्थ स्थान तुल्य बन जाता है।
शहीद को नमन कर शुरु करते है बैंक का कार्य-चीफ मैनेजर प्रदीप
बैंक के चीफ मैनेजर प्रदीप भारद्वाज ने कहा कि बैंक के सभी कर्मचारी शहीद मनिंदर के चित्र को नमन करके ही अपना रोजमर्रा काम शुरु करते है। उन्होंने कहा कि इस ब्रांच में आने वाले सभी शहीद परिवारों सैनिकों व पूर्व सैनिकों का काम प्राथमिकता के आधार पर किया जाता है। उन्होंने कहा कि वह शहीद परिवार व शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के सदस्यों को इस बात का भरोसा दिलाते है कि वह और उनका स्टाफ शहीद मनिंदर की शहादत की गरिमा को धूमिल नहीं होने देंगे। क्योंकि एसबीआई के सबसे ज्यादा अकाउंट होल्डर हमारे सैनिक ही हैं।
मेरा नहीं देश का बेटा था मनिंदर-सतपाल अत्री
शहीद कांस्टेबल मनिंदर के पिता सतपाल अत्री ने नम आंखों से कहा कि बेटे को खोने का उन्हें बहुत दुख है, मगर उसकी शहादत पर गर्व भी है। उन्होंने कहा कि मनिंदर मेरा नहीं, बल्कि देश का बेटा था, मेरा होता तो आज वो मेरे पास होता। उनके शहीद बेटे का चित्र इस बैंक में सुशोभित होने पर उनका इस बैंक के साथ विशेष लगाव हो गया है। क्योंकि शहीद होने के दो दिन पहले ही उनका बेटा इस बैंक में आकर सारे स्टाफ से मिलकर गया था। आज बैंक की ओर से उन्हें जो सम्मान दिया गया है, उसके लिए वह हमेशा ऋणि रहेंगे। इस अवसर पर बैंक के चीफ मैनेजर प्रदीप भारद्वाज ने शहीद मनिंदर के पिता सतपाल अत्री को शाल व स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित भी किया। इस मौके पर सुरिंदर सिंह, हरदीप कुमार, सतपाल शर्मा, अमन, विजय कुमार, रामपाल, मनदीप कुमार, गिफ्ट राजा, मैडम सुप्रीत, गुरदीप सिंह, सुखविंदर सिंह, गुरनाम सिंह बिट्टू, रवि कुमार आदि उपस्थित थे।