दुकानदारों ने दिया बंद को समर्थन तो किसानों ने हाइवे जाम कर प्रधानमंत्री मोदी के जलाए पुतले
गुरदासपुर, 08 दिसंबर (मनन सैैनी)। कृषि सुधार कानून के विरोध में किसानों द्वारा दी गई बंद की काल को जिले में पूर्ण तौर पर समर्थन मिला है। सभी वर्गों के लोगों ने अपने कारोबार ठप रहकर किसानों को समर्थन देते हुए केंद्र सरकार के खिलाफ हुंकार भरी है। वहीं इस बंद के दौरान लोगों के सहयोग तथा पुलिस की कड़ी निगरानी तले बंद पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा। एक तरफ जहां लोगो ने किसानों के हकों संबंधी अपना समर्थन देते हुए खुद दुकानें बंद रखी वहीं पुलिस ने भी सख्ती से हर असमाजिक तत्वों पर नजर गाढ़ रखी थी।
वही गुरदासपुर के परशुराम चौक, दीनानगर का झंडेचक बाईपास, धारीवाल बाईपास पर चक्का जाम कर केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली गई। आज धरने के दौरान किसानों का आक्रोश देखने लायक था। केंद्र सरकार के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन उग्र होता जा रहा है। गुरदासपुर में बसें, ऑटो, दुकानें पूर्ण तौर पर बंद रही।आज धरने के दौरान किसानों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला भी जलाया।हालांकि किसानों के प्रदर्शन के दौरान भारी पुलिस बल भी तैनात रहा।
किसान नेता मक्खन कोहाड़ ने कहा कि केंद्र सरकार अपना अड़ियल रवैया नहीं छोड़ रही। किसान पिछले डेढ़ सप्ताह से दिल्ली में अपना घर बार छोड़कर भीषण ठंड में धरना दे रहे हैं। लेकिन केंद्र सरकार किसानों से बैठ कर कर टालमटोल कर रही है। किसानों से पांच बैठी के करने के बाद भी कोई सार्थक परिणाम नहीं निकला। जिस बात से आक्रोशित हुए किसानों ने आज 8 दिसंबर को बंद की काल दे रखी थी।जिसके तहत पूरे देश में विभिन्न जगहों पर किसानों द्वारा चक्के जाम कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पुतले जलाए गए हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की जमीनें हड़पने का प्रयास कर रही है। किसान केंद्र सरकार की साजिश को कभी कामयाब नहीं होने देंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कब तक अपना अड़ियल रवैया नहीं छोड़ेंगे। किसान 6 महीने का राशन पानी लेकर दिल्ली में बैठ गए हैं। जब तक प्रधानमंत्री बिल को रद्द नहीं करता तब तक किसान दिल्ली में लगातार धरने पर बैठे रहेंगे। अपने हक की लड़ाई लड़ेंगे। अगर जनता कुर्सी पर बैठाना जाती है तो कुर्सी से उतारना भी जानती है।
उन्होंने कहा कि किसान मोदी सरकार की नीतियों से डरने वाले नहीं है। कब तक किसानों को दबाने का प्रयास किया जाएगा। अब किसान एकजुट होकर मोदी सरकार के खिलाफ हुंकार भर चुके हैं जिसमें आम लोगो का भी भरपूर साथ मिल रहा है। किसान अब पीछे नहीं हटेंगे चाहे इसका परिणाम जो भी हो। देश का कार्यभार जब से मोदी सरकार ने संभाला है तब से कोई भी कानून हो वह किसानों के खिलाफ ही रहा है। कब तक मोदी सरकार की गलत नीतियों का किसान चुप बैठ कर समर्थन करते रहेंगे। अब अपना हक लेने के लिए सभी को सड़कों पर उतरना ही पड़ेगा।
गौरतलब है कि आज के किसानों के बंद की काल को स्वर्णकार यूनियन, पूर्व सैनिकों ,कांग्रेसियों, डेमोक्रेटिक यूनियन, सामाजिक संगठनों, बस ऑपरेटरों, ऑटो यूनियन, दुकानदारों, पेट्रोल पंप, ट्रांस्पोर्टरों के अलावा भी अन्य वर्गों ने पूर्ण तौर पर समर्थन दिया। किसानों ने सभी वर्गों के समर्थन के बाद उनका आभार भी व्यक्त किया।