कहा मोदी सरकार ने दोबारा काबिज होने के बाद नीतियों के जरिए मजदूर-मुलाजिम किसानों को किया तबाह
गुरदासपुर, 26 नवंबर। इंडियन फेडरेशन आफ ट्रेड यूनियन इफ्टू व डेमोक्रेटिक मुलाजिम फेडरेशन के नेतृत्व में हड़ताल करने के बाद मजदूरों की एक विशाल रैली स्थानीय नेहरु पार्क में की गई। इसके बाद डाकखाना चौक में जाम लगाकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इसका नेतृत्व निर्मित मिस्त्री मजदूर यूनियन इफ्टू जोगिंदरपाल ने किया।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने दोबारा सत्ता पर काबिज होने के बाद देश में बनने वाली नीतियों में मजदूर-मुलाजिम किसानों को तबाह कर दिया है। देश में बनने वाली हर नीति देश के अमीर घरानों को फायदा पहुचाने के लिए बनाई जा रही है। गत दिनों जब देश में कोरोना वायरस का भय खड़ा कर दिया ग.था। वहीं मोदी सरकार द्वारा इस भय का लाभ लेते हुए मजदूरों की बिहतरी के लिए बने 44 कानूनों को चार कोडों में तब्दील करके लोक विरोधी फैसला लिया गया है। इन कानूनों के कारण मजदूरों की लूट ने और तेज होना है। उन्होंने कहा कि शिकागो के मजदूरों द्वारा समूह लोकाई के लिए आठ घंटे किरत का कानून बनाया गया था। लेकिन मोदी हकूमत द्वारा देश में इस कानून को खत्म करके 12 घंटों की दिहाड़ी का कानून बना दिया है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार भी कोरोना संकट की आड़ में मौटेंक सिंह आहलूवालिया की रिपोर्ट अनुसार मुलाजिमं व मानभत्ते पर काम करते वर्करों से पहले मिल रही सुविधा को छिनने की तैयारी कर चुकी है। इस मके पर अमरजीत मनी, सुखजिंदर सिंह,गुरमीत सिंह, अशोक,सतिंदर सिंह, हरजिंदर सिंह, बलविंदर कौर, दविंदर सिंह कादियां, अनेक चंद पाहड़ा आदि उपस्थित थे।