गुरदासपुर। केंद्र व पंजाब सरकार की विरोधी नीतियों के खिलाफ बुधवार को कुल हिंद किसान संघर्ष तालमेल कमेटी के आहवान पर कुल हिंद किसान सभा, जम्हूरी किसान सभा पंजाब, किरती किसान यूनियन, पंजाब किसान यूनियन व पंजाब किसान सभा की अध्यक्षता में सैंकड़ों किसानों ने नेहरु पार्क गुरदासपुर में एकत्र होने के उपरंत शहर में रोष प्रदर्शन करते हुए सरकारों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। जिसके बाद डिप्टी कमिश्नर कार्यालय के समक्ष धरना दिया गया। संतोख सिंह, तरलोक सिंह, सुखदेव सिंह, जसबीर सिंह व अवतार सिंह के नेतृत्व में दिए गए धरने को संबोधित करते पहुए अजीत सिंह ठक्कर संधू, प्रदेश सचिव सतिबीर सिंह सुलतानी, प्रांतीय नेता का. भुपिंदर सांभर, नेता अश्वनी कुमार व लखविंदर सिंह ने कहा कि केंद्र व पंजाब सरकार की गलत नीतियों के चलते पंजाब का किसान एक लाख 17 हजार करोड़ रुपए का कर्जदार हो चुका है।
अमीर और अमीर हो रहा है। जबकि गरीब और गरीब हो रहा है। इसके बावजूद केंद्र व पंजाब सरकार किसानों को फसलों के लाभदायक भाव नहीं दे रही और न ही किसानों पर चढ़ा कर्जा माफ नहीं कर रही। बल्कि वातावरण दूषित, भू जलस्तर घटने, जहरीला अनाज पैदा करने, अवारा पशुओं की समस्या के लिए किसानों को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। किसान नेताओं ने केंद्र व पंजाब सरकार के नाम उच्चाधिकारियों को दिए मांग पत्र में मांग की कि पराली जलाने वालों किसानों ेमं डाले केस व किया गया जुर्माना रद्दा किया जाए, गन्ने का पिछला बकाया तुरंत जुर्माना अदा किया जाए व इसका भाव 500 रुपए प्रति क्विंटल किया जाए, बासमती का भाव 5500 रुपए, नर्मे का भाव 7500 रुपए तय किया जाए व सरकारी खरीद यकीनी बनाई जाए, पराली की संभाल के लिए 200 रुपए प्रति क्विंटल बोनस छह हजार प्रति एकड़ मुआवजा दिया जाए। धरने को सुरजीत घुमाण, चन्नण सिंह दोरांगला, बलबीर सिंह रंधावा, बलबीर सिंह कत्तोवाल ने भी संबोधित किया।