ਗੁਰਦਾਸਪੁਰ

राष्ट्रहित में प्राणों की आहुति देकर सैनिक निभाता है अपना सैन्य धर्म-डिप्टी डीईओ सलारिया

राष्ट्रहित में प्राणों की आहुति देकर सैनिक निभाता है अपना सैन्य धर्म-डिप्टी डीईओ सलारिया
  • PublishedNovember 4, 2020

नम आंखों से किया गया सिपाही सुनील की शहादत को नमन

गुरदासपुर 4 नवंबर। भारतीय सेना की सात मैकेनिज्म युनिट के शहीद सिपाही सुनील कुमार का 15वां श्रद्धांजलि समारोह प्रिंसिपल तेजिंदर कौर की अध्यक्षता में शहीद के नाम पर बने सरकारी कन्या सीनियर सेकेंडरी स्कूल तारागढ़ बेगोवाल में आयोजित किया गया। जिसमें डिप्टी डीईओ राजेश्वर सलारिया बतौर मुख्य मेहमान शामिल हुए। इनके अलावा शहीद की माता जीतो देवी, पिता कैप्टन सोहन लाल, भाई प्रदीप कुमार व सतीश कुमार, शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के महासचिव कुंवर रविंदर सिंह विक्की, ब्लाक समिति के चेयरमैन राज कुमार सिहोड़ा, जिला परिषद सदस्य बॉवी सैनी, सीएमसी चेयरमैन मनोहर भाऊ, एईओ नरेंद्र कुमार, सरपंच सुनीता शर्मा आदि ने विशेष मेहमान के रुप में शामिल होकर शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित की। सर्वप्रथम मुख्यातिथि व अन्य मेहमानों ने शहीद के चित्र समक्ष ज्योति  प्रज्जवलित व पुष्पांजलि अर्पित कर कार्यक्रम का आगाज किया। 

श्रद्धांजलि समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यातिथि डिप्टी डीईओ राजेश्वर सलारिया ने कहा कि सेवा, समर्पण , शौर्य, त्याग व बलिदान का दूसरा नाम है, देश का वीर सैनिक जो राष्ट्रहित में प्राणों की आहुति देकर अपना सैन्य धर्म निभाते हुए देश की भावी पीढ़ी में देशभक्ति की अलख जगा जाते हैं। उन्होंने कहा कि शहीदों के नाम पर बने स्कूलों का रुतबा मंदिर सम्मान होता है और वो छात्र धन्य हैं, जिन्हें ऐसे स्कूलों में शिक्षा ग्रहण करने का सौभागय प्राप्त होता है। उन्होंने कहा कि ईश्वर तुल्य इन शहीद परिवारों के चरणों में नतमस्तक होकर वह खुद को गौरवांवित महसूस कर रहे हैं तथा शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद द्वारा शहीदों के सम्मान में इस तरह के समारोह आयोजन करने का जो बीड़ा उठाया है, उससे समाज में देशभक्ति की चेतना पैदा होती है।

तीर्थ स्थान तुल्य है वो भूमि जहां किया जाता है शहीदों को नमन-कुंवर विक्की

परिषद के महासचिव कुंवर रविंदर सिंह विक्की ने कहा कि वो भूमि तीर्थ स्थान तुल्य है, जहां शहीदों को नमन किया जाता है तथा जो लोग शहीद परिवारों के चरणों की धूली से तिलक करते हैं, उन्हें सौ कुंभ नहाने का फल मिलता है। उन्होंने कहा कि शहीद मरता नहीं, हमेशा अमर रहता है, मगर जिस दिन देशवासी उसकी शहादत को भुला देते है, सही मायनों में उस दिन उस शहीद की मौत होती है। इस लिए समाज का यह कर्तव्य बनता है कि इन शहीदों के परिजनों को उचित मान-सम्मान देकर उनके जिगर के टुकड़ों की शहादत की गरिमा को बहाल रखें।

पंजाब सरकार शहीद परिवारों के मान-सम्मान की बहाली हेतु वचनबद्ध-राज कुमार

चेयरमैन राज कुमार सिहोड़ा ने कहा कि शहीद देश के सिरमौर होते हैं। उनके परिजनों के मान-सम्मान की बहाली के लिए पंजाब सरकार वचनबद्ध है। प्रिंसिपल तेजिंदर कौर ने आए मेहमानों का धन्यवाद करते हुए स्कूल की उपलब्धियों पर रोशनी डाली। स्कूल की छात्राओं ने देशभक्ति पर आधारित कार्यक्रम प्रस्तुत कर शहीद को नमन किया। इस मौके पर मुख्यातिथि द्वारा शहीद के परिजनों सहित 12 अन्य शहीद परिवारों को स्मृति चिन्ह व शॉल भेंटकर सम्मानित किया। इस मौके पर ठाकुर लाभ सिंह, सूबेदार शक्ति पठानिया, मास्टर विकास राए, लेक्चरार विपुल कुमार, विनोद शर्मा, अजय कुमार, अशोक कुमार, ज्योति भोगल, नवज्योति, रेनू, सूबेदार कर्ण सिंह, जोन मसीह आदि उपस्थित थे।

Written By
The Punjab Wire