विवादास्पद बिल से मुसलमानों को बाहर रखने संबंधी सुखबीर को अकाली दल का पक्ष स्पष्ट करने के लिए कहा
असम में कारगिल जंग के योद्धाओं को विदेशी बताने के बाद नागरिकता संशोधन बिल और एन.आर.सी. जैसे कदम उठाने घातक
चंडीगढ़, 14 दिसंबर:नागरिकता संशोधन बिल के संदर्भ में अफगानिस्तान के सिखों संबंधी सुखबीर बादल द्वारा टिप्पणी का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि ऐसा लगता है जैसे शिरोमणि अकाली दल का प्रधान संवैधानिक नैतिक-मुल्यों की रक्षा करने की बजाय घटिया राजनीति खेलने में ज्य़ादा रूचि रखता है।
इस मसले पर सुखबीर बादल द्वारा बयानबाज़ी पर उसे सवाल करते हुए कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा, ‘‘क्या आपको शर्म नहीं आती? आप अपने संकुचित राजनैतिक हितों के ख़ातिर मुल्क के धर्म निरपेक्ष स्वरूप को तबाह करने पर तुले हुए हो।’’मुख्यमंत्री ने कहा कि मुल्क के धर्म निरपेक्ष चरित्र और संविधान की रक्षा के ख़ातिर लड़ाई लड़ रहे लोग मारे जा रहे हैं जबकि दूसरी ओर सुखबीर ऐसी गंभीर स्थिति पर ओछी स्तर की राजनीति खेलने में लगा हुआ है। उन्होंने कहा कि भारत के लोकतांत्रिक और धर्म निरपेक्ष के विलक्षण और न्यारेपन को कायम रखने के लिए सब कुछ दाव पर लगा हुआ है।
सुखबीर ने यह सवाल किया था कि क्या अमरिन्दर सिंह अफगानिस्तान से विस्थापित होने वाले सिखों को भारतीय नागरिकता मिलने के हक में नहीं, जिसके जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि यह मसला इस समय पर किसी ख़ास भाईचारे को नागरिकता देने या न देने का नहीं है बल्कि यह मसला केंद्र सरकार द्वारा हमारे संविधान जो कि मुल्क की होंद का आधार है, के साथ छेड़-छाड़ किये जाने की ख़तरनाक कोशिश के साथ जुड़ा है और केंद्र सरकार में अकाली दल भी हिस्सेदार है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि क्या शिरोमणि अकाली दल ने इस बिल संबंधी अपनी मूलभूत प्रतिक्रिया में यह नहीं कहा था कि इस संशोधन बिल का लाभ मुसलमानों को भी दिया जाना चाहिए? उन्होंने इस मसले पर अकालियों की तरफ से यू-टर्न लिए जाने पर इसका जवाब देने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि सुखबीर के अंतर-विरोधी बयानों के साथ एक बार फिर यह सिद्ध हो गया कि वह एक उसूलहीन नेता है जिसके पास न तो नैतिक-मुल्य हैं और न ही नैतिकता है। उन्होंने शिरोमणि अकाली दल को इस मसले पर अपना पक्ष स्पष्ट करने के लिए कहा।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि भारत की धर्म निरपेक्ष तस्वीर हमेशा ही इसकी मज़बूत बुनियाद रही है और इसके साथ किसी किस्म की छेड़-छाड़ की कांग्रेस पार्टी और देश के निवासी डटकर विरोध करेंगे। असम में कारगिल जंग के एक योद्धा को विदेशी बताकर नजऱबंदी केंद्र में भेजने की ताज़ा घटना का जि़क्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा और उसके हिस्सेदार ऐसीं ख़तरनाक कार्यवाहियों के साथ निकलने वाले निष्कर्षों को सोचे-समझे बिना मुल्क की बुनियाद को कमज़ोर करने पर तुले हुए हैं।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि हम एक सैनिक की वफ़ादारी और देशभक्ति पर कैसे सवाल कर सकते हैं जो अपने मुल्क के लिए लड़ा हो और हमारी सुरक्षा के लिए अपनी जान जोखि़म में डाली हो। उन्होंने एन.डी.ए. और उसके हिस्सेदारों को ऐसी कार्यवाहियों के ख़तरनाक निष्कर्षों के विरुद्ध चेतावनी दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि एन.डी.ए. और उसके अकाली दल जैसे हिस्सेदार भारत की विभन्नता की मज़बूत बुनियादों जिन पर हमारा मुल्क खड़ा है, पर हमला कर रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि न तो वह ख़ुद और न ही उनकी पार्टी भारत के धर्म निरपेक्ष चरित्र और संविधान पर ऐसे किसी भी हमले की आज्ञा देगी।