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कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कुछ कांग्रेसी नेताओं और विधायकों की दोपहर के खाने पर मेज़बानी की; विचार-विमर्श कोविड और लाॅकडाउन पर केंद्रित रहा

कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कुछ कांग्रेसी नेताओं और विधायकों की दोपहर के खाने पर मेज़बानी की; विचार-विमर्श कोविड और लाॅकडाउन पर केंद्रित रहा
  • PublishedMay 20, 2020


चंडीगढ़, 20 मईः पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने बुधवार को अपनी पार्टी के साथियों और विधायकों के साथ कोविड की स्थिति पर विचार-विमर्श किया।

मुख्यमंत्री ने उनको अनौपचारिक तौर पर दोपहर के खाने पर बुलाया था जहाँ उन्होंने राज्य में चल रहे कोविड संकट और लम्बे समय से लगाए गए लाॅकडाउन संबंधी चर्चा की।

सामाजिक दूरी के नियमों और कोविड से सम्बन्धित सुरक्षा सावधानियों का सख्ती के साथ पालन के मद्देनजर कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने सिर्फ कुछ ही नेताओं को न्योता दिया था जिनमें पंजाब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़, कैबिनेट मंत्री सुखजिन्दर सिंह रंधावा, विधायक अमरिन्दर सिंह राजा वड़िंग, परगट सिंह और संगत सिंह गिलज़िया शामिल थे।

पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नेताओं / विधायकों ने मुख्यमंत्री के साथ कोविड महामारी और लाॅकडाउन के कारण राज्य को पेश समस्याओं संबंधी अपने सुझाव साझा किये। कैप्टन अमरिन्दर ने सुझावों का स्वागत करते हुए कहा कि वह उनको ध्यान में रखेंगे क्योंकि राज्य अर्थव्यवस्था की बहाली की तरफ बढ़ रहा है।
विदेशों और अन्य राज्यों से बड़ी संख्या में पंजाब वापस आने वाले लोगों के संदर्भ में जिलों के हालात पर विचार-विमर्श किया गया।

पार्टी नेताओं ने महामारी के फैलने को रोकने के लिए उठाए गए विभिन्न कदमों, गेहूँ की निर्विघ्न खरीद प्रक्रिया, स्वास्थ्य और टेस्टिंग बुनियादी ढांचे को बढ़ाना और राज्य सरकार द्वारा स्थिति के समूचे प्रबंधन के लिए मुख्यमंत्री को बधाई दी।
इन नेताओं को मिलने पर खुशी का इज़हार करते हुए कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि उनको पार्टी नेताओं और सदस्यों के साथ समय बिताकर बहुत खुशी हुई है क्योंकि सभी गंभीर मसलों में इन नेताओं की सलाह उनके लिए मूल्यवान रही है।

मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि कोविड के प्रभाव को कम करने के लिए उनकी सरकार हर संभव कदम उठा रही है और उन्होंने लोगों की जान बचाने की अपनी प्राथमिकता को दुहराया। उन्होंने कहा कि साथ ही राज्य सरकार लोगों की तकलीफें घटाने के लिए आम जनजीवन को फिर से बहाल करने के लिए यत्न कर रही है।

इसके उपरांत मुख्यमंत्री ने कहा कि पार्टी नेताओं द्वारा मुख्य सचिव और राज्य को हुए आबकारी राजस्व के कथित नुक्सान का भी मुद्दा उठाया गया था जिस संबंधी उन्होंने कहा कि यह मुद्दा उनके ध्यान में है और इसको वह निजी तौर पर देख रहे हैं।

Written By
The Punjab Wire