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कोरोना का ‘कांग्रेसीकरण’ करके मुश्किलों में ओर वृद्धि न करे कैप्टन सरकार -भगवंत मान

कोरोना का ‘कांग्रेसीकरण’ करके मुश्किलों में ओर वृद्धि न करे कैप्टन सरकार -भगवंत मान
  • PublishedApril 21, 2020

‘आप’ विधायकों के साथ वीडियो कांन्फ्रैंसिंग करके भगवंत मान ने जाना विभिन्न हलकों का हाल

सभी विधायकों ने सत्ताधारियों के पक्षपाती रवैये पर जाहिर की निराशा

चंडीगड़, 21 अप्रैल । आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के प्रधान और संसद मैंबर भगवंत मान ने कोरोना वायरस के विरुद्ध जमीन पर लड़ी जा रही जंग के दौरान सत्ताधारी जमात कांग्रेस के पक्षपाती व्यवहार पर निराशा प्रकट की है। भगवंत मान का कहना है कि लोगों, पंजाब और पूरे देश के भले के लिए इस मुश्किल की घड़ी में हर एक भारतीय नागरिक को धर्म, जाति, रंग और राजनीति के भेदभाव से ऊपर उठ कर एक-दूसरे का हौंसला और गरीबों-जरूरतमंदों का सहारा बनना चाहिए, परंतु पंजाब में सत्ताधारी कांग्रेस इस चुनौती भरे हालात में कोरोना वायरस जैसी महामारी का कांग्रेसीकरण करके लोगों और प्रशासन दोनों की मुश्किलों-परेशानियों में बढ़ौतरी कर रहे हैं।

 ‘आप’ हैडक्वाटर से जारी बयान के द्वारा भगवंत मान ने यह निराशा आम आदमी पार्टी के विधायकों की तरफ से पार्टी की वीडियो कान्फ्रैंसिंग मीटिंग के दौरान सामने आईं लगभग एक ही तरह की दिक्कतें सुनने के उपरांत प्रकट की।

 भगवंत मान ने कहा कि राशन बांटने में जो पक्षपात कांग्रेसी पहले दिन से करते आ रहे हैं, वह मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह और फूड सप्लाई मंत्री भारत भूषण आशु की तरफ से आल पार्टी मीटिंग के दौरान दिए गए भरोसे के बावजूद बदस्तूर जारी है। भगवंत मान ने कहा कि सरकार ने भरोसा दिया था कि जिन लोगों के राशन -कार्ड काट दिए गए हैं, उनको लॉकडाउन के दौरान राशन मिलना जारी रहेगा, परन्तु जमीनी हकीकत उलट है, जिस गांव में 200 घरों को राशन की अति जरूरत है, वहां 20 घरों को भी पूरा नहीं मिल रहा। किस घर को देना है और किस को नहीं इस का फैसला प्रशासन की जगह स्थानीय कांग्रेसी कर रहे हैं। 

भगवंत मान ने इस बात पर भी निराशा जताई कि तलवंडी साबो की दाना मंडी में तब तक खरीद का काम शुरू नहीं हुआ जब तक विधान सभा चुनाव में लोगों की तरफ से हराया गया कांग्रेसी उम्मीदवार (हलका इंचार्ज) उस का उद्घाटन नहीं कर के गया। 

मान ने कहा कि इस मौके प्रशासन को मुख्य विपक्ष के तौर पर न केवल आम आदमी पार्टी बल्कि सभी राजनैतिक पार्टियों के विधायकों-नेताओं जरूरतमंदों की सूचियां हासिल करने के लिए संपर्क में रहना चाहिए, जिससे एक भी नागरिक दो समय की रोटी और अपेक्षित दवा आदि से वंचित न रहे। 

 भगवंत मान ने कहा कि पीजीआई चण्डीगढ़ समेत राज्य के जिला और तहसील अस्पतालों में कोरोना के इलावा दूसरे बीमारियों के लिए ओ.पी.डी शुरू न होने के कारण पैदा हो रही सेहत समस्याएं भी पंजाब और केंद्र का ध्यान इस तरफ करना अनिवार्य है। इसी तरह कोटा (राजस्थान) समेत अलग-अलग राज्यों में फंसे विद्यार्थियों, हजूर साहिब समेत अन्य धार्मिक स्थानों पर फंसे श्रद्धालुओं और विदेशों में फंसे भारतीय पंजाबियों को विशेष प्रबंधों के द्वारा वापिस लाने में हो रही देरी पर भी भगवंत मान ने नाखुशी प्रकट की। 

‘आप’ विधायकों ने मंडियों में कूपन व्यवस्था फ्लाप होने के कारण किसानों, मजदूरों और आढ़तिया की बढ़ रही मुश्किलों समेत लेबर को तीन गुणा अधिक मेहनताना और गेहूं की खरीद के लिए नमी की शर्त 12 प्रतिशत से बडा कर 14 प्रतिशत करने पर जोर दिया। 

 भगवंत मान ने बताया कि वह गेहूं की खरीद, लेबर के मेहनताने और नमी की शर्तें ढीली करने बारे प्रधान मंत्री को लिख चुके हैं, जबकि शैलर उद्योग के लिए चावलों की 67 प्रतिशत डिलीवरी को 64 प्रतिशत करना और गोदामों में पड़े अनाज की दूसरे राज्यों में लिफ्टिंग ओर तेज करने का मामला प्रधान मंत्री, केंद्रीय फूड सप्लाई मंत्री और रेल मंत्री के पास उठा रहे हैं। 

वीडियो कांन्फैंसिंग में विपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा, विधायक प्रिंसीपल बुद्ध राम, प्रो. बलजिन्दर कौर, कुलतार सिंह संधवां, अमन अरोड़ा, सरबजीत कौर माणूंके, मीत हेयर, जै कृष्ण सिंह रोड़ी, रुपिन्दर कौर रूबी, कुलवंत सिंह पंडोरी, मनजीत सिंह बिलासपुर, मास्टर बलदेव सिंह, संगठन इंचार्ज गैरी बडि़ंग और स्टेट मीडिया हैड मनजीत सिंह सिद्धू ने हिस्सा लिया। 
    

Written By
The Punjab Wire