केजरीवाल सरकार की तरह कौविड-19 की लड़ाई में शहीद होने वाले योद्धाओं के परिवारिक सदस्यों को 1 करोड़ की राशि ऐलाने कैप्टन सरकार -‘आप’
कहा, अगर केजरीवाल सरकार फ्रंट-लाईन के कर्मचारियों को वित्तीय पैकेज का ऐलान कर सकती है, तो कैप्टन सरकार क्यों नहीं?
चण्डीगढ़, 2 अप्रैल। आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब ने मांग की है कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह सरकार कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ रहे फ्रंट-लाईन के योद्धाओं को बिना देरी किए तुरंत वित्तीय पैकेज का ऐलान करे, क्योंकि जहां मौजूदा संकट में हर एक नागरिक अपनी जान बचाने के लिए हिदायतों के अनुसार अपने घरों में बैठे हैं, वहीं फ्रंट-लाइन के योद्धा अपनी जान की परवाह किए बिना ही लोगों को कोरोना-वायरस जैसी भयानक बीमारी से बचाने के लिए सीधी लड़ाई लड़ रहे हैं।
पार्टी हैडक्वाटर द्वारा जारी बयान में विपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा ने सरकारी और प्राईवेट डाक्टरों, सेहत सेवा कर्मचारियों, पुलिस मुलाजिमों, सेनिटेशन वर्करों और अन्य अलग-अलग संस्थाओं के मुलाजिम जो इस संकट की घड़ी में अपनी जान की प्रवाह किए बिना अपनी ड्यूटी पूरी तनदेही के साथ निभा रहे हैं, इन योद्धाओं की सेवा बहुत ही काबले-तारीफ है। चीमा ने कहा कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह की सरकार को चाहिए कि वह बिना वजह की राजनीति करने से गुरेज करते हुए इन फ्रंट-लाइन के योद्धाओं को विशेष वित्तीय राहत पैकेजों का ऐलान करे ताकि इन के हौंसलों को ओर बुलंद किया जा सके।
हरपाल सिंह चीमा ने अरविन्द केजरीवाल के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार की एक उदाहरण का हवाला देते हुए बताया कि केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में कौविड-19 की महामारी के साथ फ्रंट-लाइन पर लड़ाई के दौरान कोई भी कामगार (सेहत संभाल और दूसरे कर्मचारी) शहीद होता है तो उस के परिवारिक मैंबर को 1 करोड़ रुपए की तुरंत अदायगी की जाएगी। इस के साथ ही केजरीवाल सरकार ने प्रवासी मजदूरों समेत हर एक जरूरतमन्दों को इस संकट की घड़ी में राहत पहुंचाने के लिए अलग-अलग विशेष वित्तीय पैकेजों का ऐलान किया है, जिससे दिल्ली के किसी भी निवासी को किसी तरह की कोई दिक्कत परेशानी पेश न आए। चीमा ने कहा कि यदि केजरीवाल सरकार दिल्ली की जनता को राहत देने के लिए अलग-अलग वित्तीय पैकेजों का ऐलान कर सकती है तो पंजाब में कैप्टन अमरिन्दर सिंह पंजाब की जनता को राहत देने के लिए अलग-अलग पैकेजों का ऐलान क्यों नहीं कर सकते? कैप्टन सरकार कोरोना-वायरस के खिलाफ फ्रंट-लाइन पर लड़ाई लड़ रहे योद्धा यदि पीडितों की सेहत संभाल के दौरान शहीद होते हैं तो उनके परिवारिक सदस्यों को 1-1 करोड़ रुपए की राहत राशि का ऐलान क्यों नहीं कर सकते?
विपक्ष के नेता चीमा ने यह भी मांग की है कि राज्य सरकार जमीनी स्तर से जानलेवा कोरोना-वायरस के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे लोगों के लिए एक विशेष वित्तीय पैकेज के ऐलान करने के इलावा उन बहादुर लड़कियों के लिए भी विशेष वृद्धि, तरक्कियां, समूह ठेकेदारी, आउटसोर्स और अन्य कर्मचारियों को रेगुलर करने के साथ-साथ उनके लिए विशेष बीमा कवर की भी मांग की।
हरपाल सिंह ने चीमा ने दोहराते कहा कि फील्ड स्टाफ की सुरक्षा राज्य सरकार का पहला और सबसे बड़ा फर्ज है, उन्होंने कहा कि उनको तुरंत 1 करोड़ रुपए की ‘जोखिम कवर’ राशि का ऐलान करना चाहिए। उन्होंने मांग की है कि राज्य सरकार जमीनी स्तर के स्टाफ को कोरोना-वायरस जैसी महामारी से बचाने के लिए उनको तुरंत सेफ्टी किटें भी मुहैया करवाए।
अंत में ‘आप’ नेता ने सरकार से इन कर्मचारियों के लिए विशेष वित्तीय राहत पैकेज का ऐलान करने की मांग करते राज्य भर के लोगों को जोरदार अपील की है कि वह कोरोना के विरुद्ध जबरदस्त लड़ाई लडऩे के लिए पुलिस और सिविल प्रशासन का सहयोग करें ताकि कोरोना-वायरस को हराया जा सके।