पंजाब में सरकारी शराब निगम की मांग को लेकर ‘आप ’ ने किया वाकआऊट
चंडीगढ़, 26 फरवरी । आम आदमी पार्टी (आप) के विधायकों ने बुद्धवार को शराब माफिया के मुद्दे पर पंजाब सरकार को सदन के अंदर और बाहर जोरदार तरीके के साथ घेरा। जब ‘आप’ विधायक अमन अरोड़ा ने सिफर काल के दौरान स्पीकर को सौंपे प्राईवेट मैंबर बिल को रद्द करने का कारण पूछते हुए यह मुद्दा उठाया और इस का विरोध करते हुए हरपाल सिंह चीमा के नेतृत्व में वाकआऊट किया।
इस उपरांत विधान सभा की प्रैस गैलरी में मीडिया को संबोधन करते हुए अमन अरोड़ा ने मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह पर आरोप लगाए कि वह राज्य में 10 हजार करोड़ के शराब माफिया को संरक्षण दे रहे हैं। इस मौके उनके साथ हरपाल सिंह चीमा, प्रो. बलजिन्दर कौर, सरबजीत कौर माणूंके, प्रिंसीपल बुद्ध राम, मीत हेयर, कुलवंत सिंह पंडोरी, प्रवक्ता नवदीप सिंह संघा, नील गर्ग, गोबिन्दर मित्तल और स्टेट मीडिया हैड मनजीत सिंह सिद्धू मौजूद थे।
अमन अरोड़ा ने आरटीआई के अंतर्गत एकत्रित किए 300 पन्नों के दस्तावेज मीडिया के समक्ष जारी करते हुए बताया कि पहली अप्रैल 2018 से 31 दिसंबर 2018 तक 26 एक्साइज जिलों में से 21 जिलों में 2116 शराब तस्करी के मामले दर्ज हुए हैं।
अमन अरोड़ा ने कहा कि राज्य में शराब की कुल तस्करी के मुकाबले दर्ज होने वाले मामले केवल 5-7 प्रतिशत बनते हैं। जबकि प्रति साल 10 हजार करोड़ रुपए से अधिक की शराब 2 नंबर में बिकती है। जिस को सरकार की सीधी सरप्रस्ती है। अमन अरोड़ा ने कहा कि शराब की फैक्टरियों के राजनीतिज्ञ और रसूखदार मालिक और अफसरों की मिलीभुगत के साथ ही लोगों और खजाने को लूटा जा रहा है।
अमन अरोड़ा ने राणा शुगरज तरनतारन, ऐनबी डिस्टिलरी राजपुरा, ओम सन्नज बठिंडा, मॉरल बरोज फिरोजपुर, चड्ढा डिस्टिलरी और सीबीडीएल बनूड़ समेत अन्य शराब फ़ैक्टरियों का हवाला देते हुए बताया कि यह डिस्टिलरीज दूसरे राज्यों में बिक्री के मार्का और बिना होलोग्राम वाली बोतलों के द्वारा शराब की धड़ल्ले के साथ तस्करी करते हैं। सिर्फ अरुणाचल प्रदेश में बिक्री (ओनली फार सेल इन अरुणाचल प्रदेश) वाली अलग-अलग स्थानों और अलग-अलग डिस्टिलरीज की जब्त हुई शराब इस की प्रत्यक्ष मिसाल है। जैसे राजपुरा, पटियाला की फैक्टरियों की अरुणाचल प्रदेश भेजी जाने वाली शराब अंमृतसर और गुरदासपुर से जब्त हो रही है। अमन अरोड़ा ने बताया कि इन 9 महीनों में 1.56 लाख डिब्बे शराब पकड़ी गई है। अकेले बठिंडा जिले में 500 से अधिक एफ.आई.आर दर्ज हुई हैं।
अमन अरोड़ा ने कहा कि यदि सरकार तामिलनाडु और दिल्ली ‘की तर्ज पर सरकार शराब निगम बनाती है तो शराब से जो अब 5500 करोड़ रुपए का मालीया होता है। वह 11000 करोड़ से पार जा सकता है।
अमन अरोड़ा ने कहा कि यदि कैप्टन सरकार भी बादलों की तरह शराब माफिया को नकेल कसने में असफल रहती है तो 2022 में लोगों के सहयोग से आम आदमी पार्टी की सरकार पंजाब लीकर निगम (शराब निगम) बना कर शराब माफिया की कमर तोड़ेगी। इस से पहले सुबह के समय ‘आप’ विधायकों ने शराब माफिया के विरुद्ध विधान सभा के प्रवेश द्वार के समक्ष जोरदार रोष प्रदर्शन किया।