पूर्व कांग्रेसी विधायक राम कृष्ण कटारिया, संतोष कटारिया, यूथ कांग्रेसी नेता गोलडी कम्बोज, यूथ अकाली नेता गुरप्रीत बणावाली और लखवीर सिंह राए ‘आप’ में हुए शामिल
भगवंत मान, हरपाल सिंह चीमा, प्रिंसीपल बुद्ध राम और प्रो. बलजिन्दर कौर ने किया स्वागत
चंडीगड़, 19 फरवरी :आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब ने बुद्धवार को सत्ताधारी कांग्रेस, अकाली दल (बादल) और खहरा की पंजाब एकता पार्टी को झटका देते हुए 5 बड़े नेताओं को आम आदमी पार्टी में शामिल कर लिया है।
चण्डीगढ़ में पार्टी के राज्य प्रधान और संसद मैंबर भगवंत मान, विपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा, कोर समिति के चेयरमैन प्रिंसीपल बुद्ध राम, पार्टी की मुख्य प्रवक्ता और विधायका प्रो. बलजिन्दर कौर, राज्य संगठन इंचार्ज गैरी बडि़ंग, राजनैतिक समीक्षा समिति चेयरमैन हरचन्द सिंह बर्सट ने बलाचौर से 2 बार कांग्रेस पार्टी के विधायक रहे राम कृष्ण कटारिया, नवां शहर की जिला परिषद की पूर्व चेयरमैन संतोष कुमारी, जो कटारिया परिवार की बहु और 2007 में कांग्रेस की तरफ से पार्टी की बलाचौर से उम्मीदवार भी था, को पार्टी में रस्मी तौर पर शामिल किया।
इसी तरह यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय महा सचिव और जम्मू कश्मीर यूथ कांग्रेस के इंचार्ज समेत कांग्रेस में अलग-अलग पदों पर काम करने वाले जगदीप कम्बोज गोलडी भी ‘आप’ में शामिल हो गए हैं। गोलडी कम्बोज ने 2019 में जलालाबाद से आजाद उम्मीदवार के तौर पर विधान सभा उप चुनाव भी लड़ा था।
इनके साथ ही बादल परिवार के बेहद करीबी और यूथ अकाली दल मानसा के 2002 से 2016 तक जिला प्रधान रहे नौजवान नेता गुरप्रीत सिंह बणावाली भी आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए हैं। गुरप्रीत सिंह बणावाली जल सप्लाई और सिवरेज बोर्ड के पूर्व निर्देशक और यूथ अकाली दल की कोर समिति के मैंबर भी थे
इसी तरह सुखपाल सिंह खहरा की पंजाब एकता पार्टी की कोर समिति के मैंबर और फतेहगढ़ साहिब से जिला प्रधान लखबीर सिंह राए ने भी ‘झाडू’ उठा लिया है।
इस मौके भगवंत मान और ‘आप’ लीडरशिप ने इन नेताओं का गर्मजोशी के साथ स्वागत करते हुए कहा कि बारी बांध कर पंजाब को लगातार लूटते आ रहे कैप्टन-बादलों से पंजाब और पंजाबियों को निजात दिलाने के लिए आम आदमी पार्टी को पंजाब प्रति सहृदय और हर इमानदार लोगों की जरूरत है। इस मौके शामिल हुए नेताओं ने कांग्रेस और बादलों जमकर कोसा। इस मौके पार्टी के व्यापार विंग की प्रधान नीना मित्तल, प्रवक्ता नवदीप सिंह संघा, सन्दीप सिंगला, गोबिन्दर मित्तल, सतबीर वालीया, रुपिन्दर सिंह मुंडी, सिमरन सहजपाल, मनजीत सिंह घूमण, संजीव कोछड़, नील गर्ग और अन्य नेता मौजूद थे।