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मुख्यमंत्री युवाओं को 11 लाख नौकरियों की बात साबित करें यां उनसे माफी मांगेः अकाली दल

मुख्यमंत्री युवाओं को 11 लाख नौकरियों की बात साबित करें यां उनसे माफी मांगेः अकाली दल
  • PublishedFebruary 7, 2020

महेशइंदर ग्रेवाल ने कहा कि नौकरियां देना भूल जाओ, 50 हजार से ज्यादा रिक्त पड़े सरकारी पद भी नही भरे

कहा कि रोजगार मेले, स्मार्ट स्कूल तथा वेलनेस सेंटर योजनाएं पूर्णतः असफल हो चुकी हैं

चंडीगढ़/06फरवरीः शिरोमणी अकाली दल ने आज कहा कि दिल्ली में बड़े बड़े झूठ बोलने वाले मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह का पंजाब के नौजवान सांस रोकर इंतजार कर रहे हैं कि वह पंजाब में कांग्रेस सरकार द्वारा नौजवानों को दी 11 लाख नौकरियों के आंकड़े जारी करें।

यहां एक प्रेस बयान जारी करते हुए पूर्व मंत्री महेशइंदर सिंह ग्रेवाल ने कहा कि दिल्ली में एक दिन चुनाव प्रचार करने के बाद मुख्यमंत्री ने अब बहुत आराम कर लिया है, इसीलिए उसे उन 11 लाख नौकरियों के आंकड़े जारी करने चाहिए, जो पंजाब में नौजवानों को दी गई हैं ताकि उसे सम्मानित किया जा सके। उन्होने कहा कि यदि वह ऐसा नही कर सकता तो उसे दिल्ली में तुच्छ राजनीतिक फायदों के लिए बड़े बड़े झूठ बोलने के लिए नौजवानों तथा पंजाबियों से माफी मांगनी चाहिए।

अन्य जानकारी देते हुए अकाली नेता ने कहा कि वास्तविक तथ्यों से सभी अवगत हैं तथा दिल्ली में बोले गए झूठ वास्तविकता नही बदल सकते। उन्होने कहा कि यह एक सच्चाई है कि किसानों के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह के ‘घर घर नौकरी’ का वादा पूरा करने में विफल रहने के बाद युवाओं ने दुखी होकर आत्महत्याएं करनी शुरू कर दी हैं। उन्होने कहा कि नई नौकरियां तो भूल ही जाओ, सरकार ने खाली पड़े 50 हजार पद नही भरें हैं, जोकि पिछले तीन सालों के दौरान खाली हुए हैं। उन्होने कहा कि इसने ठेके पर भर्ती किए 27 हजार कर्मचारियों को भी नियमित करने से इंकार कर दिया है।

प्राईवेट तकनीकी कॉलेजों की भर्ती मुहिम, जिसपर सरकार ने कब्जा कर लिया था, के बारे बोलते हुए सरदार ग्रेवाल ने कहा कि यह मुहिम पूरी तरफ विफल साबित हुई है। नौजवानों ने कांग्रेस सरकार के रोजगार मेलों पर जाना बंद कर दिया है, क्योंकि वहां कम से कम निर्धारित दिहाड़ी से भी कम पैसों वाली नौकरियों की पेशकश की जा रही है। ऐसे भी उदाहरण हैं, जब इन रोजगार मेलों में भाग लेने के लिए एक भी नौजवान नही पहुंचा।

यह टिप्पणी करते हुए कि मुख्यमंत्री यह धोखा करके बच नही सकेगा, सरदार ग्रेवाल ने कैप्टन अमरिंदर से कहा कि वह जवाब दें कि उसकी सरकार ने नौजवानों को 2500 रूपए प्रति महीना बेरोजगारी भत्ता देने का वादा पूरा क्यों नही किया? यह वादा चुनाव प्रचार करते हुए दिल्ली में भी किया गया है। उन्होने कहा कि तुमने एक साल से ज्यादा समय दलित छात्रों को केंद्रीय छात्रवृत्ति से वंचित रखा था। तुम्हारी सरकार द्वारा समय से न तो छात्राओं को साईकिल दिए जा रहे हैं तथा न ही स्कूली छात्रों को सर्दियों की वर्दियां।

मुख्यमंत्री द्वारा दिल्ली प्रचार के दौरान गिनाई बाकी उपलब्धियों के बारे बोलते हुए अकाली नेता ने कहा कि इस मामले में भी कैप्टन ने लोगों को मुर्ख बनाया है। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री ने दावा किया है कि पंजाब में 5500 स्मार्ट स्कूल खोले जा चुके हैं जबकि उसके शिक्षा मंत्री ने खुलासा किया है कि यह स्कीम अभी शुरू ही हुई है। इसी तरह अमरिंदर ने दावा किया है कि 70 फीसदी वेलनेस सेंटर शुरू हो चुके हैं जबकि सभी जानते हैं कि यह योजना असफल हो चुकी है, जिसे वेलनेस सेंटरों में स्टाफ, दवाईयां तथा अन्य प्रावधानों तथा उपकरणों की कमी के कारण शुरू ही नही किया जा सका है।

यह टिप्पणी करते हुए कि मुख्यमंत्री को पंजाबियों से छिपाना नही चाहिए तथा अपनी उपलब्धियां उनके साथ सांझी करनी चाहिए, सरदार ग्रेवाल ने कहा कि बड़े दुख की बात है कि कैप्टन अमरिंदर ने कोरी गप्पें हांककर दिल्ली के लोगों को मुर्ख बनाया है। ऐसा लगता है कि मुख्यमंत्री जानता था कि पंजाबी उसके धोखों तथा झूठे वादों को अच्छी तरह देख चुके हैं, जिसके दौरान उसने पवित्र गुटका साहिब को भी नही बख्शा। यही कारण है कि मुख्यमंत्री अब पंजाबियों का सामना नही करना चाहता तथा अपनी सरकार की तथाकथित उपलब्धियों की सूची राज्य के बाहर ही जारी करता है।

Written By
The Punjab Wire