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कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने बाजवा के खुले पत्र का दिया जवाब

कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने बाजवा के खुले पत्र का दिया जवाब
  • PublishedJanuary 17, 2020

कहा एडवोकेट जनरल की कारगुज़ारी संबंधी किंतु-परंतु करना आपका काम नहीं-

बाजवा एडवोकेट जनरल की काबिलीयत परखने के न तो समर्थ हैं और न ही योग्य, वह पूरी तरह अंजान हैं

चंडीगढ़, 17 जनवरी:राज्यसभा मैंबर द्वारा एडवोकेट जनरल अतुल नन्दा को हटाने के लिए की गई माँग को बेतुकी और अनुचित बताते हुए इसको रद्द करते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने प्रताप सिंह बाजवा को कहा कि वह मेरी सरकार के कामकाज से बाहर रहें जिससे आप पूरी तरह अंजान हो।

बाजवा के खुले पत्र जिसमें एडवोकेट जनरल की कथित नाकामियों का जि़क्र किया गया है, पर सख्त रूख अपनाते हुए मुख्यमंत्री ने इसको पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रमुख द्वारा राजनैतिक शोहरत कमाने के लिए तिलमिलाने की निशानी बताया।

कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा, ‘‘मुझे एडवोकेट जनरल में पूर्ण विश्वास है।’’एडवोकेट जनरल के विरुद्ध निराधार दोषों वाले लिखे पत्र पर सख्त प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री ने श्री बाजवा को कहा, ‘‘अतुल नन्दा की काबिलीयत को समझने के आप न तो समर्थ हो और न ही योग्य और जिन मसलों संबंधी आपको कुछ पता ही नहीं है, उन पर किंतु-परंतु या दखलअंदाज़ी करने का आपका कोई मतलब नहीं।’’श्री बाजवा ने अपने ट्विटर अकाऊंट पर आज बाद दोपहर ‘खुला पत्र’ डाला जिसमें उसने सात मिसालों का जि़क्र करते हुए दोष लगाया कि एडवोकेट जनरल पंजाब के हितों की रक्षा करने में असफल रहे हैं।

कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि इनमें छह मामलों में अतुल नन्दा ने पंजाब की नुमायंदगी भी नहीं की जिससे पता लगता है कि बाजवा को जानकारी की कमी है और यह भी स्पष्ट होता है कि बाजवा की ए.जी. के विरुद्ध निजी दुश्मनी है।श्री बाजवा द्वारा हाल ही में उन पर और राज्य सरकार के खि़लाफ़ किये हमलों को पूरी तरह बेहूदा और राजनैतिक तौर पर प्रेरित बताते हुए कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि संसद मैंबर का रवैया हास्यप्रद बनता जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘जब तक वह अपने ऐसे रवैए को अच्छी तरह स्पष्ट नहीं करते जो पार्टी के हितों के लिए नुकसानदेय है तब तक हर कोई यही सोच सकता है कि वह पंजाब में विरोधी पक्ष के लिए काम कर रहे हैं।’’कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने श्री बाजवा को उन मुद्दों पर अपनी सलाह देनी बंद करने के लिए कहा जिन मुद्दों के साथ उसका कोई लेना-देना नहीं है। इसकी बजाय उसे राज्यसभा में अपने हलके की तरफ ध्यान देना चाहिए।

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The Punjab Wire