बटाला, 1 सितंबर। बुधवार को श्रीहरगोबिंदपुर पहुंचे सीनियर अकाली नेता बिक्रमजीत सिंह मजीठिया को उस समय किसानों का विरोध का सामना करना पड़ा, जब वह नगर कौंसिल के पूर्व कांग्रेसी प्रधान और उनके समर्थकों को पार्टी में शामिल करने के लिए आए हुए थे। जिसकी भनक जैसे किसानों को लगी तो वह एकत्र होना शुरु हो गए। जिसके बाद किसानों ने मजीठिया को काली झंडिया दिखाते हुए मुर्दाबाद के नारे लगे। हाालंकि प्रदर्शन के दौरान पुलिस प्रशासन ने नेता मजीठिया की सभी गाडिय़ों को सुरक्षित किसानों से बचाते हुए निकाला। जबकि किसान मजीठिया के गाड़ी के आगे आकर जबरन विरोध प्रदर्शन कर रहे थे।
बता दें कि बुधवार को अकाली नेता बिक्रमजीत सिंह मजीठिया पहले घुमान में वर्करों को मिलकर श्री हरगोबिंदपुर के नगर कौंसिल के पूर्व कांग्रेसी प्रधान हरजीत सिंह को व उनके समर्थकों को शिरोमणी अकाली दल मे शामिल करने के लिए पहुंचे थे। जिसके बाद उन्हें किसान संगठनों के विरोध का सामना करना पड़ा। गौरतलब है कि कृषि कानून के चलते लगातार राजनीति नेताओं को किसान संगठनों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। इस दौरान किसान संगठनो ने साफ तौर पर कह दिया कि जब तक कृषि कानून रद्द नहीं होते, तब तक अपने गांव में किसी भी राजनीतिक नेता को नहीं आने दिया जाएगा। यदि किसी ने राजनीतिक पार्टी के नेताओं को अपने घर बुलाया तो उसे भी किसानों के विरोध का सामना करना पड़ेगा। बाद में अकाली नेता बिक्रमजीत सिंह मजीठिया नगर कौंसिल के पूर्व कांग्रेसी प्रधान हरजीत सिंह व उनके समर्थकों को शिरोमणी अकाली दल में शामिल कर वापिस चले गए।
जैसे ही किसान संगठनों को मजीठिया के आने के बारे में पता चला तो देखते ही देखते किसान संगठन एकत्र हो गए। जिस रास्ते से मजीठिया गुजरे, उसी रास्ते से मजीठिया को किसानों का विरोध झेलना पड़ा। हालांकि मजीठिया तक कोई भी किसान न जा सके, उसके लिए पुलिस प्रशासन की ओर से उचित इंतजाम किए गए थे। हालांकि कई किसान मजीठिया की गाड़ी तक पहुंच करने में लगे रहे, मगर पुलिस ने उन्हें सफल नहीं होने दिया।