कहा कि 16हजार आटा-दाल कार्ड तथा 8हजार लोगों की बुढ़ापा पेंशन निर्वाचन क्षेत्र में काट दी गई
कहा कि मुख्यमंत्री ने पवित्र गुटका साहिब तथा दशम पिता की झूठी शपथ खाकर सबसे बड़ी बेअदबी की
मुख्यमंत्री एक भी किए गए काम के बारे में बताएं, कहा कि उन्हे अपनी नाकामियों के लिए जवाब देना होगा
जलालाबाद/14मार्च: शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने आज औपचारिक रूप से चार साल के कुशासन तथा झूठे वादों मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ चुनावी बिगुल बजा दिया है। यहां उन्होने पहली पंजाब मंगदा जवाब रैली में लोगों की लगातार मांग के बाद इस निर्वाचन क्षेत्र से अपनी उम्मीदवारी की घोषणा की।
अकाली अध्यक्ष पद की उम्मीदवारी की घोषणा यहां पहली रैली पंजाब मंगदा जवाब के दौरान लोगों की लगातार मांग के बाद की गई,जिसमें हजारों लोग अनाज मंडी में इकट्ठा हुए थे।
‘सुखबीर तेरी सोच पे पहरा देयांगे ठोक के’ नारों के बीच विशाल रैली में बोलते हुए सरदार बादल ने कहा कि ‘आपने मुझे इतना प्यार दिया है जब मैं पहली बार 2009 में आपका प्रतिनिधित्व करने आया था। मैंने इस प्यार को लोटाने की पूरी कोशिश की है तथा आपसे किए गए सभी वादों को पूरा किया है चाहे वह सभी गांवों में सीमेंट की गलियों का निर्माण, स्कूलों को अपग्रेड करना हो, गल्र्स काॅलेज खोले, 25 करोड़ का स्टेडियम का निर्माण किया, 50 करोड़ रूपये का अस्पताल का निर्माण कया। जलालाबाद के लोगों के साथ मेरा मजबूत रिश्ता है तथा मैं इसे पूरी जिंदगी रिश्ता कायम रखूंगा।
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के बारे में बोलते हुए सरदार बादल ने कहा कि मुख्यमंत्री ने पवित्र गुटका साहिब तथा दशम पिता के नाम की झूठी सौंगध खाकर सबसे बड़ी बेअदबी की थी। उन्होने कहा कि जिन किसानों को 90 हजार करोड़ रूपये का पूर्ण कर्जा माुभ् का वादा किया था उन पर अतिरिक्त 15 हजार करोड़ का अतिरिक्त बोझ पड़ा क्योंकि कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस शब्द पर विश्वास करते हुए अपनी किस्ते नही दी थी। उन्होेने कहा कि इसी तरह नौजवानों को नौकरियों के लिए फार्म भरने के लिए कहा गया पर यह सब हवा ही बना रहा। ‘ कसी भी नौजवान को 2017 विधानसभा चुनावों के दौरान कांग्रेस पार्टी द्वारा कया गया 2500 रूपये प्रति माह बेरोजगारी भत्ता नही मिला।
मुख्यमंत्री से उनके द्वारा शुरू की गई एक सड़क, एक अस्पताल, एक काॅलेज यां एक एयरपोर्ट यां यहां तक कि एक बिजली ग्रिड जो बनाया हो उसका ब्यौरा देने को कहा। अकाली दल अध्यक्ष ने कहा कि केवल काम नरेगा योजना के माध्यम से किया गया जिसमें भी कांग्रेसी विधायकों द्वारा केंद्रीय धन का गबन किया गया है जिन्होने अपनी टाइल कारखाने बना लिए हैं। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री की राज्य के विकास में कम रूची थी। ‘ वे पिछले चार सालों में केवल 11 बार अपने कार्यालय गए।
कांग्रेस विधायक रमिंदर आवला के बारे में बोलते हुए अकाली दल अध्यक्ष ने कहा कि उन्होने यह फैलाया था िकवह बेहद अमीर हैं तथा नौजवानों के लिए नौकरियां पैदा करने के अलावा निर्वाचन क्षेत्र में कारखाने लगाएंगे। ‘ लोग जानना चाहते हैं कि उन्होने जिन नौकरियों का वादा किया था वे कहां हैं? सरदार बादल ने कहा कि कुछ भी करना तो भूल ही जाइए, गरीबों तथा वंचितों को कांग्रेस कार्यकाल के दौरान टाटा दाल कार्ड भी इस हलके से बंद कर दिया गया था। उन्होने कहा कि 8000 बुढ़ापा पैंशन काट दिए गए। उन्होने कहा कि कांग्रेस विधायक ने अकाली वर्करों के खिलाफ झूठे मामले दर्ज करवा दिए थे , जिसके लिए उन्हे 2022 में राज्य में सरकार बनने के बाद एक बार जवाब देना होगा।
सरदार बादल ने कहा कि चार साल पूरे होने के बाद भी कांग्रेस सरकार मोटर साइकिल तथा कारों के लिए रजिस्ट्रेशन शुल्क को दोगुना करके पिछले दरवाजे से नए करों की शुरूआत की। उन्होने कहा कि बिजली की दरों में पंद्रह गुना से ज्यादा की बढ़ोतरी की गई जबकि राज्य में पेट्रोल तथा डीजल पर सबसे अधिक वैट वसूल रहा था।
सरदार बादल ने घोषणा की कि एक बार सत्ता में चुने जाने के बाद अकाली दल घरेलु उत्पादों के लिए बिजली टैरिफ शुल्क आधा हो जाएगा। उन्होने कहा कि अकाली दल सरकार सब्जियों, फलों तथा दूध के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य करने के अलावा तीनों खेती कानून भी निरस्त करेगा। ‘ हम पंजाब सरकार की ओर से आढ़तियों की कमीशन बदर की तो पंजाब सरकार अपने पास से अदा करेगी तथा राजय के सभी 12 हजार गांवो में सीमेंट वाली गलियां , पाईप द्वारा पीने वाला पानी तथा पक्के ड्रेन सुनिश्चित बनाएगी।
इस अवसर पर परकाश सिंह भटटी , प्रेम वलैचा, अशोक जुनेजा, गुरपाल ग्रेवाल तथा सतिंदरजीत सिंह मंटा ने भी संबोधित किया।