Close

Recent Posts

ਪੰਜਾਬ ਮਨੋਰੰਜਨ ਰਾਜਨੀਤੀ

निवेश समर्थकीय नीतियों स्वरूप पंजाब में 50 हज़ार करोड़ रुपए का निवेश हुआ-सुंदर शाम अरोड़ा

निवेश समर्थकीय नीतियों स्वरूप पंजाब में 50 हज़ार करोड़ रुपए का निवेश हुआ-सुंदर शाम अरोड़ा
  • PublishedNovember 28, 2019

पंजाब सरकार द्वारा बनाए निवेश समर्थकीय माहौल स्वरूप पंजाब में बीते ढाई सालों के दौरान औद्योगिक क्षेत्र में 50 हज़ार करोड़ रुपए का निवेश हुआ है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के सुयोग्य नेतृत्व स्वरूप पंजाब में उद्योगों के विकास की नीति और व्यापार को सुविधा प्रदान करने में हुए बड़े सुधारों स्वरूप यह निवेश संभव हुआ है। पंजाब के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री श्री सुंदर शाम अरोड़ा ने आज यहाँ दिल्ली में आयोजित अंतरराष्ट्रीय भारत व्यापार मेले के दौरान पंजाब डे समागम के मौके पर संबोधन करते हुए यह प्रगटावा किया।श्री अरोड़ा ने राज्य में हुए बड़े निवेशों संबंधी बताते हुए कहा कि पठानकोट में 41 एकड़ क्षेत्रफल में 800 करोड़ का पैपसीको यूनिट (वरुण बेवरेजज़) लुधियाना में 521 करोड़ रुपए का सी.एन. आई.एफ.एफ.सी.ओ. फ्रोजऩ फूडज़ फूड प्रोसैसिंग, लुधियाना में 550 करोड़ रुपए का हैपी फोर्जिंगज़ (फोर्जिंग और मशीनरी) और लुधियाना में 237 करोड़ रुपए का वर्धमान स्पैशल स्टील प्रोजैक्ट अहम प्रोजैक्ट हैं। पंजाब सरकार द्वारा इनवैस्ट पंजाब के नाम अधीन एक ही कार्यालय निवेशकों की सुविधा के लिए है। उन्होंने बताया कि एक ही जगह पर हर तरह की जानकारी, सभी सुविधाएं और मंजूरियां आदि एक छत के नीचे मिलती हैं। ब्यूरो अब ऑनलाइन इनवैस्ट पंजाब बिजऩेस फस्र्ट पोर्टल के द्वारा 12 विभागों की 66 रेगुलेटरी सेवाएं, 34 वित्तीय रियायतें, शुरू से अंत तक ऑनलाइन प्रोसैसिंग, रियल टाईम इनवेस्टमैंट ट्रैकर और समर्पित रिलेशनशिप मैनेजर की सेवाएं दे रही है।

ब्यूरो ने एम.एस.एम.ई. यूनिट को सीधा फ़ायदा पहुंचाने के लिए हाल ही में इनवैस्ट पंजाब मॉडल का दायरा जि़ला स्तर तक भी बढ़ाया है।श्री अरोड़ा ने कहा कि पंजाब इस समय पर एम.एस.एम.ई. का केंद्र है जहाँ राज्य में 2 लाख से अधिक एम.एस.एम.ईज़ रजिस्ट्रर्ड हैं, जो हाईटैक ऑटो पार्टस, तैयार किये जाने वाले खाने वाले पदार्थ, जूस, टैक्स्टाईल, खेल का सामान, मशीनें, टूल आदि क्षेत्र के हैं। उन्होंने बताया कि एक और अहम पहलकदमी के अंतर्गत 48 फोकल प्वाइंटों के लिए ऑनलाइन लैंड बैंकों का निर्माण किया गया है जो कि सभी प्रासांगिक विवरण जैसे कि नक्शा योजनाएँ, प्लॉटों की संख्या, ई-नीलामी/अलॉटमैंट से सम्बन्धित जानकारी आदि शामिल है। इसके साथ ही सभी औद्योगिक फोकल प्वाइंटों के लिए की जी.आई.एस.-आधारित मैपिंग भी की गई है जिसमें ज़मीनों के मौजूदा रेट और फोकल प्वाइंट्स में उपलब्ध बुनियादी ढांचे सम्बन्धी विवरणों की जानकारी शामिल है।श्री अरोड़ा ने कहा कि पंजाब सरकार ने यह यकीनी बनाया है कि पंजाब के सभी उद्योगों को 24 घंटे बिजली सप्लाई उपलब्ध करवाई जाये। राज्य में बिजली का बुनियादी ढांचा भी बहुत मज़बूत है क्योंकि 400 के.वी. रिंग मेन सिस्टम स्थापित करने वाला पंजाब पहला राज्य है। इसके अलावा देश भर में बिक्री पर निवेशकों को जी.एस.टी की भरपाई करने वाला पंजाब पहला राज्य है। इस महत्वपूर्ण सुधार की उनके निवेशकों द्वारा बहुत प्रशंसा की गई है जिनके पास अपनी निर्धारित पूँजी निवेश के 200 प्रतिशत तक का लाभ हासिल करने का विकल्प मौजूद है।

यह औद्योगिक व्यापार विकास नीति कई और आकर्षक लाभ भी प्रदान करती है जिसमें रोजग़ार पैदा करने के लिए प्रति कर्मचारी (प्रति वर्ष अधिक से अधिक 5 साल के लिए) 48,000 रुपए की सब्सिडी, स्टैंप ड्यूटी और रजिस्ट्रेशन फीस से छूट, सी.एल.यू. /ई.डी.सी. चार्जिज़ और साथ ही जायदाद टैक्स शामिल हैं।इस मौके पर विभिन्न विभागों द्वारा पंजाब पविलियन में अपने- अपने उत्पादों की नुमायश लगाई गई थी। पंजाब डे समागम के दौरान पंजाबी गायक गुरदास मान द्वारा सांस्कृतिक गीतों से समय बांधा गया।समागम के दौरान प्रबंधक निदेशक पी.एस.आई.ई.सी श्री सीबिन.सी, चेयरमैन पी.एस.आई.ई.सी श्री गुरप्रीत सिंह गोगी, चेयरमैन पंजाब लार्ज इंडस्ट्रियल डिवैल्पमैंट बोर्ड श्री पवन दीवान, प्रशासक पंजाब पविलियन नयी दिल्ली भाई सुखदीप सिंह सिद्धू और अन्य सख्शियतें उपस्थित थीं।

Written By
The Punjab Wire