पार्टी की भीतर कोई चुनौती नही मिली, तीसरी बार सजा ताज
अमृतसर। शिरोमणि अकाली दल के स्थापना दिवस पर सुखबीर सिंह बादल को फिर से शिअद का प्रधान चुन लिया गया है। सुखबीर को पार्टी के भीतर से कोई भी चुनौती नहीं मिली, जिस वजह से तीसरी बार उनके सिर ये ताज सजा। आपको बता दें कि 2008 में जब सुखबीर बादल पहली बार शिअद (बादल) के अध्यक्ष पद के लिए चुने गए थे तब प्रकाश सिंह बादल ने एक मंझे हुए राजनेता के अनुसार पार्टी के तत्कालीन वरिष्ठ अध्यक्ष व मंत्री रणजीत सिंह ब्रह्मपुरा से सुखबीर बादल के नाम का प्रस्ताव पेश करवाया था। ढींढसा ने सुखबीर बादल के नाम का अनुमोदन किया था। उसके बाद सुखबीर बादल की अध्यक्षता को चुनौती देने वाले टकसाली अकाली रणजीत सिंह ब्रह्मपुरा, पूर्व सांसद डॉ. रतन सिंह अजनाला और पूर्व मंत्री सेवा सिंह सेखवां सहित कुछ नेता पहले ही शिरोमणि अकाली दल (टकसाली) का गठन कर चुके हैं। पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के साथ लगभग चार दशक तक सिख राजनीति करने वाले सांसद सुखदेव सिंह ढींढसा अकाली दल के सभी पदों से इस्तीफा दे चुके हैं। ऐसे में कोई भी इस पद के लिए दावेदार ही नहीं था।