चंडीगढ़, 17 मार्च: पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने मंगलवार को राज्य के लोगों से वादा किया कि पंजाब शान से तरक्की और ख़ुशहाली के साथ आगे बढ़ेगा अगर उनको एक कार्यकाल का और मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि कमज़ोर विरोधियों और अपने किये कामों के स्वरूप कांग्रेस पार्टी का सत्ता में दोबारा आना यकीनी है और राज्य को प्रगति के नये दौर में ले जाया जायेगा।अपनी सरकार के तीन साल पूरे होने पर एक सम्मेलन के दौरान चर्चा में हिस्सा लेते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अकाली दल अपना आधार गवा चुके हैं जबकि आम आदमी पार्टी राज्य में पूरी तरह उलझन में है। उन्होंने कहा कि अकालियों के पास इस समय लीडरशिप ही नहीं है क्योंकि बादलों ने किसी और लीडरशिप को आगे आने का मौका ही नहीं दिया।
आप की 2017 में पूरी तरह हवा थी परन्तु वह इसको जीत में बदलने में नाकाम रही।कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने ज़ोर देकर कहा कि अगर कांग्रेस सत्ता में दोबारा वापस आती है तो अगले 7 सालों में पंजाब अपनी खोई हुई शान बहाल करता हुआ देश का नंबर एक राज्य बनेगा। उन्होंने कहा कि पंजाबी मेहनती कौम है और यदि इनको सही रास्ता दिखा दिया जाये तो वह कोई भी करिश्मा करने का सामथ्र्य रखते हैं।मुख्यमंत्री ने अगला विधानसभा चुनाव लडऩे की बात दोहराते हुए कहा कि उनका पहले यह विचार था कि पाँच साल राज्य को फिर से खुशहाल करने के लिए काफ़ी हैं परन्तु हालात इतने बुरे थे कि उनकी सरकार को और समय चाहिए।कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि हालाँकि राज्य के वित्तीय हालात बेहतर हो रहे हैं परन्तु फिर भी राज्य सरकार वित्तीय संकटों में से गुजऱ रहा है और अधिक समझदारी से काम करने की ज़रूरत है।उन्होंने अगले दो सालों में अपनी सरकार द्वारा मैनीफैस्टो के सभी वायदे पूरे करने का वायदा करते हुए कहा, ‘‘मैं हरेक पंजाबी के चेहरे पर मुस्कुराहट देखना चाहता हुँ।’’
एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले तीन सालों में राज्य के बुनियादी ढांचे में प्रशंसनीय सुधार हुए हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब में ज़मीनी स्तर पर 58000 करोड़ रुपए का निवेश हुआ है। इसका असली सकारात्मक प्रभाव आने वाले सालों में नजऱ आएगा।पाकिस्तान के रास्ते मध्य एशिया और मध्य पूर्व एशिया के साथ अंतरराष्ट्रीय व्यापार की संभावना बारे पूछे जाने पर कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि वह भी यही चाहते हैं परन्तु मौजूदा राजसी हालातों को देखते हुए यह संभव नहीं लगता।नवजोत सिंह सिद्धू के सवाल पर उन्होंने कहा कि वह लम्बे समय से मिले नहीं है परन्तु पूर्व मंत्री ने कहा था कि वह कांग्रेस पार्टी में बने रहने के लिए वचनबद्ध हैं और हाईकमान ने फ़ैसला करना है कि उसकी सेवाओं का कैसे बढिय़ा प्रयोग करना है।