आप के प्रदेश अध्यक्ष भगवंत मान ने मानसा में की जनसभा, लोगों से किसान महासम्मेलन में आने की अपील की
केजरीवाल ने दिल्ली में मोदी-शाह को तीन बार हराया, अब वे किसानों की मांगों के सामने मोदी को झुकने को मजबूर करेंगे : भगवंत मान
केजरीवाल किसान महासम्मेलन के माध्यम से किसानों की आवाज बुलंद करेंगे, दिल्ली की सत्ता तक पहूंचेगी किसानों की आवाज – भगवंत मान
मानसा/चंडीगढ़, 13 मार्च -आम आदमी पार्टी के पंजाब अध्यक्ष और सांसद भगवंत मान ने शनिवार को मानसा जिले के उलख, माखा और खडक़ सिंह वाला गांव में जनसभाएं की और लोगों से मुखातिब हुए। उन्होंने लोगों से 21 मार्च को बाघा पुराणा में होने वाले आप के किसान महासम्मेलन में आने की अपील करते हुए कहा कि की अहंकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तानाशाही सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल को मजबूत करना जरूरी है।
उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल किसानों की आवाज को बुलंद करने के लिए पंजाब आ रहे हैं। जब वे आयेंगे तो राष्ट्रीय मीडिया भी उनके साथ आएगी। उनकी बातों को पूरा देश सुनता है। इसलिए, जब वे किसानों के मुद्दे पर भी महासम्मेलन में बोलेंगे तो पूरे देश के लोग सुनेंगे। आज हम सबको यह दिखाने की जरूरत है कि पंजाब के लोग किसानों के पक्ष में मजबूती से खड़े हैं। हमें यह दिखाने की जरूरत है कि हम सब एकजुट हैं। किसान आंदोलन पूरे देश भर में फैल चुका है। संघर्ष के इस समय में किसानों की आवाज बुलंद करना हमारा कर्तव्य है।
उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में मोदी-शाह को तीन बार हराया है। उनके पास मोदी की जड़ को हिला देने की क्षमता हैं। इसीलिए अब वे प्रदर्शनकारी किसानों के साथ मिलकर मोदी और बीजेपी की सत्ता को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए पंजाब आ रहे हैं। किसान महासम्मेलन के माध्यम से वे किसानों की आवाज बुलंद करेंगे। वे किसानों की आवाज को दिल्ली की सत्ता तक पहुंचाएंगे और मोदी सरकार को किसानों की मांग के सामने झुकने के लिए मजबूर करेंगे। मान ने लोगों से कहा कि अगर आप मोदी सरकार को जड़ से उखाड़ फेंकना चाहते हैं और किसानों की मांगों को पूरा करना चाहते हैं, आप सभी भारी से भारी संख्या में 21 तारीख के किसान महासम्मेलन में आइए और किसानों की आवाज को बुलंद कीजिए।
इस मौके चरनजीत सिंह अक्कावाली, गुरप्रीत सिंह भूच्चर, गुरप्रीत सिंह बानावाली, डा. विजय सिंगला, सुखविंदर सिंह भोला मान, सुखविंदर सुखी अकलीया, परमिंदर कौर समाघ, नेम चंद चौधरी, हरदेव सिंह उलक, हरजीत सिंह दंदीवाल, शिंगारा खान जवाहरके, रमेश ख्याला, सुखविंदर सिंह खोखर, अमृत मानसा, मिंटू मानसा, हरजिंदर सिंह दियालपुरा, नाजर सिंह, गुरप्रीत सिंह, जसपाल सिंह दातेवास आदि नेतागण उपस्थित थे।