सरदार सुखबीर सिंह बादल द्वारा 12 मार्च से लोक लहर शुरू करने की घोषणा
सत्ता में आने पर खेती कानूनों को लागू नही करने, शहरी बिलों को आधा करने, अनुसूचित जाति तथा पिछड़ा वर्ग छात्रों को मुफ्ता शिक्षा देने, सब्जियों तथा फलों के लिए एमएसपी देने तथा राज्य के सभी 1200 गांवों के लिए सीमेंटेड सड़कें, नालियां तथा पीने योग्य पानी के लिए एमएसपी प्रदान करने का वादा किया
चंडीगढ़/01मार्च: हजारों पंजाबियों ने आज शिरोमणी अकाली दल द्वारा पंजाब मंगदा जवाब के नारे के तहत तथा पानी की तोपों का सामना किया तथा गिरफ्तारियां दी तथा मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाबियों को यह बताने के लिए कहा कि उन्होने लोगों से किए वादों में से एक भी वादा पूरा करने में नाकाम रहकर समाज के हर वर्ग के साथ विश्वासघात क्यों किया?
शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने विशाल जनसमुह को संबोधित किया तथा पंजाबियों के साथ एकजुटता दिखाते हुए गिरफ्तारी दी तथा 12 मार्च से एक लोक लहर जो कांग्रेस सरकार के खिलाफ सभी विधानसभा क्षेत्रों में रैलियां की जाएंगी। उन्होने यह भी स्पष्ट किया कि सरकार बनाने के बाद अकाली दल पंजाब में तीन खेती कानूनों को लागू नही करेगा, शहरी बिजली बिलों को आधा कम करेगा, अनुसूचित जाति/ बी.सी छात्रों को मुफ्त शिक्षा देगा, सब्जियों तथा फलों पर एमएसपी प्रदान करेगा तथा राज्य के 12000 गावंों में सीमेंटेड सड़कें, नालियों तथा पीने योग्य पानी प्रदान करेगा।
मुख्यमंत्री के बारे में बोलते हुए सरदार बादल ने कहा कि उन्होने न केवल लोगों का अपमान किया बल्कि पवित्र गुटका साहिब की भी झूठी शपथ ली थी कि एक बार सत्ता में आने के बाद पूरा कर्जा माफी लागू करेंगे। उन्होने कहा कि इनमें चार सप्ताह के भीतर ड्रग्स मुक्त करना, प्रत्येक परिवार को नौकरियां देना, नौजवानों को 2500 रूपये का बेरोजगारी भत्ता देना, बुढ़ापा पेंशन बढ़ाकर 2500 रूपये प्रतिमाह करना तथा बेघरों को घर देना, शगुन की राशि 51000 करना शामिल है।
अकाली दल अध्यक्ष ने कहा कि ‘इनमे ंसे एक भी वादा पूरा नही किया गया है’ । उन्होने कहा कि 1500 से ज्यादा किसानों ने निराश होकर आत्महत्या कर ली है, यहां तक कि सरकार ने उनसे वादा किया कि 10 लाख रूपये का मुआवजा तथा सरकारी नौकरी देने में विफल रही है। पांच लाख परिवाों को बुढ़ापा पेंशन , 6 लाख को आटा-दाल स्कीन लाभार्थियों के नीले कार्ड खत्म कर दिए गए हैं।
सरदार बादल ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने कुछ करने के बजाय अकाली दल की सरकार के दौरान स्थापित सेवा केंद्रो के साथ साथ मेरिटोरियस स्कूलों को भी बंद कर दिया, मुफ्त दवाएं बांटना, एस.सी छात्रों की छात्रवृत्ति योजना भी बंद कर दी । सिर्फ इतना ही नही कांग्रेस सरकार ने बिजली की दरों में तीस फीसदी की बढ़ोतरी की है यहां तक कि पेट्रोलियम उत्पादों पर वैट के राज्य के हिस्से में अभूतपूर्व बढ़ोतरी की है। उन्होने कहा कि राज्य सरकार को पेट्रोलिया उत्पादों की बढ़ी हुई कीमतो ंपर धरना देने से पहले जैसा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने किया राज्य हिस्से के वैट को कम करना चाहिए तथा कीमतों पर रोक लगानी चाहिए।
इस बीच लोगों को कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार की एक उपलब्धि बताने के लिए कहते हुए सरदार सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि इसके ठीक विपरित सरदार परकाश सिंह बादल सरकार ने पंजाब को बिजली सरप्लस कर दिया था, राज्य भर में चार तथा छह लेन की सड़कें बनाई थी, सिचंाई चैनल बनाए थे, लाखों टयूबवैल कनेक्शन जारी किए थे। ‘ एमएसपी शिरोमणी अकाली दल सरकार ने जारी की तथा सरदार परकाश सिंह बादल ने राज्य की 90 फीसदी से अधिक खेती मंडियो ंकी स्थापना की।
सरदार बादल ने कहा कि इसके विपरीत पंजाब में कांग्रेस शासन के दौरान सभी मापदंडों में गिरावट देखी गई है तथा राज्य में प्रति व्यक्ति आय बुनियादी ढ़ांचे का विकास पहल बार इतिहास में राष्ट्रीय औसत से नीचे फिसल रही है। ‘ बजट सत्र में इन मुददों को उठाने के अलावा हम राज्य के सभी निर्वाचन क्षेत्रों में 12 मार्च से शुरू होने वाली लोक लहर के माध्यम से सभी मुददों को लोगों तक पहुंचाएंगे।
प्रोफेसर प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने बताया कि सरकार ने लिखित सवाल के जवाब में स्वीकार किया था कि तीन लाख किसानों के खिलाफ वसूली की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। श्री जगमीत सिंह ने खुलासा किया चल रहे किसान आंदोलन में 1500 शहीद हो गए हैं पर पंजाब में कांग्रेस सरकार तथा केंद्र सरकार बेअसर हैं। सरदार बलविंदर सिंह भूंदड़ ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने घर घर जाकर नशा बांटकर आने वाली पीढ़ियों को तबाह कर दिया है। सरदार बिक्रम सिंह मजीठिया ने बताया कि किस तरह कांग्रेस सरकार शीर्ष अदालत में एक गैंगस्टर मुख्तार अंसारी का बचाव कर रही है तथा राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति को नियंत्रित करने के बजाय आपराधिक आरोपों के लिए उत्तर प्रदेश सरकार को देने के बजाय उसका विरोध कर रही है।
इस अवसर पर अन्य बोलने वालों में जत्थेदार तोता सिंह, गुलजार सिंह रणीके तथा डाॅ. दलजीत सिंह चीमा शामिल थे।