कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, दिल्ली पुलिस तथा भाजपा के खिलाफ मामला दर्ज करने तथा अनुवर्ती कार्रवाई करें
कहा कि मानवाधिकार उल्लंघन का मामला उठाने के लिए तीन मैंबरीय कमेटी का गठन किया तथा इस अवसर पर तीन नंबर भी जारी किए
चंडीगढ़/30जनवरी: शिरोमणी अकाली दल ने आज केंद्र सरकार से दिल्ली से सिंघू सिंघु बाॅर्डर पर किसान शिविर पर हमला करके राज्य में दहशत में लिप्त दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के साथ साथ भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ आपराधिक कार्रवाई शुरू करने तथा सिख युवाओं को बेदर्दी से पीटने तथा उनके विश्वास की चीजों का अपमान करने पर कार्रवाई की मांग की है।
यहां पत्रकारों को संबोधित करते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेता सरदार बिक्रम सिंह मजीठिया ने मांग की कि चूंकि दिल्ली पुलिस तथा उनके साथ आए भाजपा ने मानवाधिकार का उल्लंघन किया है इसीलिए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को भी उनके खिलाफ उचित मामले दर्ज करने चाहिए तथा बनती कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होने कहा कि अकाली दल इस संबंध में औपचारिक शिकायत मुख्यमंत्री को सौंपेगा तथा यदि बाद में इस मामले में उचित कार्रवाई नही की गई तो यह स्पष्ट हो जाएगा कि उनकी भाजपा के साथ मिलीभगत है।
सरदार मजीठिया ने वकीलों की तीन मैंबरीय कमेटी की भी घोषणा की जिसमें वकील ए.एस. घरनी, डी.एस. सोबती तथा हैरी बाजवा शामिल हैं , किसानों के मानवाधिकारों का उल्लंघन किया गया था उनके तीन टेलीफोन नंबर भी जारी किए गए- 9815000026,9914591011 तथा 7814400060 जरूरतमंद निशुल्क सहायता के लिए वकीलों से संपर्क करें। उन्होने यह भी घोषणा की है कि वरिष्ठ जत्थेदार तोता सिंह धर्मकोट लापता 12 युवकों के परिवारों से मिलने गए थे तथा जीतमोहिंदर सिंह सिद्धू तथा परमबंस सिंह रोमाणा ने तलवंडी साबो से लापता 8 नौजवानों के घर गए। उन्होने कहा कि हम सिंघु तथा टिकरी बाॅर्डर पर कानूनी सेवा सहायता खोलने के अलावा इन परिवारों को आवश्यक सहायता प्रदान करेंगे।
सिंघू में किसान आंदोलन शिविर पर हुए हमले के बारे में विस्तार से बताते हुए सरदार मजीठियान ने कहा कि वही इतिहास दोहराया जा रहा है। इससे पहले सिखों को 1984 में दिल्ली पुलिस ने कांग्रेस के समर्थन् से सिखों पर हमला किया था। अब 36 साल बाद दिल्ली पुलिस ने भाजपा के समर्थन पर राष्ट्रीय राजधानी पर सिखों पर हमला किया है। इसके अलावा देश के गददारों को गोली मारो सालों को’ जैसे सलोगन दंगा भड़काने के लिए बोले जा रहे हैं। उन्होने कहा कि निर्दोष सिख नौजवानों को निशाना बनाने तथा उनपर यूएपीए जैसे कठोर अत्याचार करने की बजाय भाजपा के गुंडो तथा दिल्ली पुलिस अधिकारियों पर दर्ज किया जाना चाहिए जो देश की शांति तथा साम्प्रदायिक सौहार्द्र का माहौल खराब कर रहे हैं। उन्होने दिल्ली पुलिस से यह भी स्पष्ट करने को कहा कि क्या रंजीत सिंह जिनके विश्वास चिन्हो का अनादर किया गया है। इस घटना का वीडियों को दिखाकर बताया कि किसान पीड़ित हैं मारने वाले नही उन्हे तो पुलिस अधिकारियों तथा भाजपा के गुंडों ने बेरहमी से पीटा था।
सरदार मजीठिया ने यह भी बताया कि गणतंत्र दिवस पर केंद्र सरकार के हाथों खेलने वाले दीप सिद्धू तथा लक्खा सदाना के खिलाफ कोई कार्रवाई नही की गई है। उन्होने कहा कि दीप सिद्धू की प्रधानमंत्री कार्यालय से निकटता के बारे में सभी जानते हैं। उन्होने कहा कि शायद यही कारण है कि केद्र सरकार हरियाणा के 17 जिलों में इंटरनेट सेवाओं को खत्म कर सकती है लेकिन अब तक उन्हे पकड़ने में नाकाम रहने के अलावा दीप सिद्धू तथा उनके साथियों को पकड़ने में नाकाम रही है।
अकाली नेता ने जोर देकर कहा कि किसान तीनों खेती कानून का विरोध शांतिपूर्ण ढ़ंग से करते हुए लोकतांत्रिक परंपराओं का पालन कर रहे हैं। उन्होने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि केंद्र सरकार इस आंदोलन को रोक नही सकी तो इसे नुकसान पहुंचाने के लिए किसानों को नक्सली, आंतकवादी तथा चीन तथा पाकिस्तान द्वारा भेजे गए तत्व कहकर बुला रही है तथा उन्हे बदनाम करने की कोशिश कर रही है तथा अब अंत में उनपर शारीरिक अत्याचार करना शुरू कर दिया है। उन्होने कहा कि किसान इस तरह के हथकंडों से भयभीत नही होंगे तथा आने वाले दिनों में किसान आंदोलन और भी मजबूत होकर उभरेगा।