सूबेदार निर्मल सिंह जैसे जांबाजो की शौर्य गाथाएं युवा पीढ़ी में भरती है राष्ट्र पर मर मिटने का जज्बा:बहल

क्षेत्रवासियों ने नम आंखों से किया वीर चक्र विजेता की शहादत को नमन

गुरदासपुर, 6 जुलाई (मनन सैनी) । कारगिल युद्ध में शहादत का जाम पीने वाले सेना की 8 सिख रैजीमेंट के वीर चक्र विजेता सूबेदार निर्मल सिंह का 21वां श्रद्घांजलि समारोह शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के महासचिव कुंवर रविन्द्र सिंह विक्की की अध्यक्षता में पुराना शाला स्थित शहीद के नाम पर बने पैट्रोल पम्प पर आयोजित किया गया। जिसमें सुबार्डीनेट सर्विसस सिलैक्शन बोर्ड पंजाब के चेयरमैन रमन बहल बतौर मुख्य मेहमान शामिल हुए। इनके अलावा शहीद की पत्नी मनजीत कौर, बेटा हरजीत सिंह व मलकीत सिंह, शहीद लैफ्टीनेंट नवदीप सिंह अशोक चक्र के पिता कैप्टन जोगिन्द्र सिंह, शहीद सिपाही नरेश सलारिया के पिता कैप्टन काबल सिंह, शहीद सिपाही जतिन्द्र कुमार के पिता राजेश कुमार आदि ने विशेष मेहमान के तौर पर शामिल होकर शहीद सूबेदार निर्मल सिंह को श्रद्घासुमन अर्पित किए। सर्वप्रथम श्री सुखमणि साहिब का भोग डाला गया तथा रागी जत्थे द्वारा बैरागमयी कीर्तन कर शहीद को नमन किया गया।

उसके उपरांत आयोजित श्रद्घांजलि समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यातिथि एस.एस.बोर्ड के चेयरमैन रमन बहल ने कहा कि शहीद निर्मल सिंह जैसे जांबाजों के अमिट बलिदानों की बदौलत ही देश की सरहदें महफूज है तथा इनकी शौर्य गाथाएं देश की भावी पीढ़ी में राष्ट्र पर मर मिटने का जज्बा पैदा करती हैं। उन्होंने कहा कि जब तक सूबेदार निर्मल सिंह जैसे बहादुर सैनिक सीमा पर तैनात हैं,कोई भी दुश्मन हमारे देश की एकता व अखंडता को भंग करने की जरुरत नहीं कर सकता तथा ऐसे योद्घाओं की वीरता को शब्दों में व्यान नहीं किया जा सकता। इसलिए समूह देशवासियों का यह फर्ज बनता है कि इन शहीदों के त्याग व बलिदान से प्रेरणा लेते हुए अपने अंदर देशभक्ति का संचार कर एक आदर्श समाज की सृजना में अपना बहुमूल्य योगदान दें। उन्होंने कहा कि आज समय की पुकार है कि समाज में फैली अराजकता, फिरका परस्ती व भ्रष्टाचार को दूर करने में देशवासियों के साथ-साथ हमारे राजनेता भी अपने चरित्र को सही कर शहीदों की सोच पर पहरा देकर शहीद परिवारों के मनोबल को ऊंचा रखें।

कारगिल युद्ध में भारतीय सेना के शौर्य को सारे विश्व ने सराहा:कुंवर विक्की

शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के महासचिव कुंवर रविन्द्र सिंह विक्की ने कहा कि 21 वर्ष पहले भारतीय सेना के रणबांकुरों ने कारगिल युद्घ जिन कठिन परिस्थितियों में लड़ा था, उसकी मिसाल विश्व में अन्य कहीं भी नही मिलती तथा उस युद्घ में भारतीय सेना ने पाक सेना को जिस तरह धूल चटाई, उनकी शूरवीरता को सारे विश्व ने सराहा था। उन्होंने कहा कि सूबेदार निर्मल सिंह जिले के पहले ऐसे सैनिक है, जिन्हें कारगिल युद्घ में तत्कालीन राष्ट्रपति ने मरणोपरांत वीर चक्र से नवाजा था। इस अवसर पर मुख्यातिथि द्वारा शहीद के परिजनों सहित 5 अन्य शहीद परिवारों को शॉल व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर सुच्चा सिंह मुलतानी, कुलबीर सिंह, मनिन्द्र सिंह, एडवोकेट गुरमुख निहाल सिंह, शिवांग महाजन, सूबेदार लखविन्द्र सिंह, बाबा परमजीत सिंह, हरकीरत सिंह, परमप्रीत सिंह, मेजर सिंह, परमजीत सिंह, जोगिन्द्र सिंह आदि उपस्थित थे।

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