ये दुखी आत्मा का मामला है, अमामबाड़ा चौंक में लगे बोर्ड

जो जुर्म करता है सजा उसे मिले, बैंकों के अंदर भीड़ का जिम्मेदार मैनेजर नही- दर्शन महाजन

प्रशासन के टारगेट पर है केवल दुकानदार, अन्य स्थानों पर नही कटते चालान- संदीप अबरोल 

गुरदासपुर,15 जून (मनन सैनी)। सरकारी अफसरों से प्रार्थना है कि मास्क और सामाजिक दूरी का जुर्माना कसूरवार से वसूला जाए न की दुकानदार से क्योंकि यह दुखी आत्मा का मामला है। यह बोर्ड शिवाला मंदिर के समीप स्थित दुकानदारों की ओर से बोर्ड लगा कर शांतिप्रिय तरीके से प्रशासन से अपील की गई कि दुकानदारों से जुर्माना न वसूला जाए तथा अगर ग्राहक मास्क नही लगाते या सोशल डिस्टैंसिंग नही मेनटेन रखते तो उनसे जुर्माना वसूल किया जाए। 

इस संबंधी बातचीत करते हुए व्यापार मंडल के प्रधान दर्शन महाजन का कहना है कि प्रशासन बेहद अच्छे तरीके से कार्य कर रहा है जिसकी बदौलत गुरदासपुर जिला अभी भी बचा हुआ है। परन्तु जो जुर्म करता है वहीं सजा का हकदार भी है। उन्होने कहा कि प्रशासन को चाहिए कि वह जुर्माना दुकानदारों से न वसूल कर ग्राहक से वसूले। उन्होने कहा कि बैंक में अगर भीड़ हो जाती है तो क्या जुर्माना बैंक मैनेजर अदा करेगा। इसलिए दुकानदारों को परेशान न किया जाए क्योकिं उसकी हालत पहले से ही बेहद खस्ता है।

चैंबर आफ कॉमर्स के संदीप अबरोल (लक्की) ने भी कहा कि कोई दो राय नही कि गुरदासपुर के डिप्टी कमिशनर मोहम्मद इश्फाक की ओर से कोरोना की रोकथाम के लिए बेहद अच्छा काम किया जा रहा है। वह सबकी राय लेकर सबकों साथ लेकर चल रहे है। परन्तु उनके सरकारी अफसरों की ओर से केवल दुकानदारों को निशाना बनाया जा रहा है और उनका शोषण किया जा रहा है। उन्होने कहा कि सरकारी अफसरों की टारगेट मात्र मेन बाजार और अमामबाड़ा चौंक ही रह गया है। इसलिए दुकानदारों की ओर से इस बोर्ड के जरिए प्रशासन से शांतिप्रिय तरीके से यह प्राथना की गई है कि दुकानदारों की भी सुध लें और उन पर तरस खाएं। 

रेडिमेंड यूनियन के प्रधान विकास सवारा ने कहा कि प्रशासन को चाहिए कि वह बाहरी इलाकों में भी जाकर चालान करें। हनुमान चौंक, नेहरु पार्क में पार्किंग स्थल, सरकारी कालेज रोड़ पर भीड़ भाड़ देखें। न जाने कितनी रेहड़ियों पर नियमों की धज्जियां उड़ाई जाती है परन्तु सरकारी अफसरों का सारा टारगेट सिर्फ मेन बाजार तथा अमामबाड़ा चौंक है। 

इस मौके पर मौजूद मनुज महाजन, विकास महाजन, पवन शर्मा, आदि ने प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि वह प्रशासन का साथ देते आए है तथा देते रहेगें परन्तु प्रशासन को भी दुकानदारों की गुहार सुननी चाहिए। उनकी तकलीफ संबंधी ध्यान देना चाहिए न कि पहले से कर्ज तथा मंदी की मार झेल रहे दुकानदारों को ओर तकलीफ दें।

इस संबंधी गुरदासुपर  एसडीएम सकत्तर सिंह बल का कहना है कि यह मामला उनके ध्यान में आ गया है। इस संबंधी दुकानदारों से मंगलवार को मिल कर इस मसले का हल करेगें। उन्होने कहा कि प्रशासन की ओर से इस बात का पूरा ध्यान रखा जा रहा है कि ​इस आपदा में किसी को कोई तकलीफ न हो। प्रशासन की ओर से सख्ती करने की एकमात्र वजह इस बिमारी को रोकना मात्र है,जिसमें सभी का सहयोग भी मिल रहा है। परन्तु अगर किसी को कोई दुविधा आती है तो उसका भी हल किया जाएगा।  

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