ड्यूटी के दौरान आशा वर्कर की हुई मौत, चार नाबालिग बच्चों की मां थी मृतका

28 मई को रैगूलर वेतन तथा सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए सब सैंटर पर होगें रोष प्रर्दशन

गुरदासपुर। कोविड़-19 की महामारी के दौरान घर घर जाकर आम लोगो को जागरुक करने, स्वस्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने वाली एक आशा वर्कर की गत दिनों मौत हो गई। म​हिला की पहचान अंजू बाला पत्नी मंग चंद मसीह के रुप में हुई। उक्त महिला ध्यानपुर ब्लाक के सब सैंटर खुशहालपुर के गांव मछराला की निवासी थी। महिला की मौत के बाद उक्त को दफन कर दिया गया। महिला की मौत का कारण शूगर कम होना बताया जा रहा है परन्तु परिवार की ओर से न तो उनका कोई मेडिकल नही करवाया गया और न ही उक्त का कोई कोविड़-19 टैस्ट हुआ। मृतका चार नाबालिग बच्चियों की मां थी। गौर रहे कि इससे पहले पटियाला में एक तथा मोगा में चार आशा वर्कर कोरोना पॉजिटिव पाई जा चुकी है तथा पंजाब के विभिन्न स्थानों पर इलाज करवा रही है।

वहीं आशा और फैसीसिलेटर यूनियन पंजाब गुरदासपुर की ओर से स्वस्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों से मांग की गई है कि मृतक अंजू बाला के परिवार को पांच लाख रुपए मेडिकल बीमा, पारिवारिक सदस्य को नौकरी के इलावा बच्चों को मुफ्त पड़ाई तथा एक्स ग्रेशिया राशी दी जाए। इस मौके पर संगठन की नेता गुरविंदर कौर बहरामपरु अंचल मट्टू बटालाा, हरजीत कौर नौशहरा मज्जा सिंह, कुलविंदर कौर, कुलवीर कौर कांता देवी भुल्लर, प्रभजोत कौर भाम ने आरोप लगाया कि वर्करों को अभी तक स्वस्थ्य विभाग की ओर से एलानी गई सुविधाएं जारी नही की गई है। उन्होने कहा कि थोड़े से मान भत्ते में गर्मी में वर्करों लगातार बिमार हो रही है। इसके लिए 28 मई को सब सैंटरों के उपर सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए रोष प्रर्दशन किए जा रहे है।

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