एकजूटता का प्रतीक बन कर उबरा मैं भी हरजीत सिंह, जिला प्रशासन से लेकर बच्चों तक छाया हरजीत सिंह का नाम

शहर में जिला पुलिस की ओर से मैं भी हरजीत सिंह का बैनर लेकर निकाला गया फ्लैग मार्च
मनन सैनी

गुरदासपुर। पंजाब में हरजीत सिंह का नाम एकजुटता के प्रतीक के रुप में उबर कर सामने आया है। इस एकजुटता दर्शने वाले अभियान में जिला प्रशासन, पुलिस कर्मचारियों , आम जनता से लेकर बच्चों तक ने बढ़कर कर हिस्सा लिया। एक तरफ जहां पुलिस प्रशासन की ओर से अपने नाम का बैच हटा कर हरजीत सिंह के नाम का बैच लगाया गया। वहां सोशल मीड़िया पर बच्चों की ओर से भी मैं भी हरजीत सिंह का बैनर पकड़ कर कोरोना के खिलाफ लड़ी जा रही इस जंग में  फ्रंट पर लड़ने वाले हरेक कोरोना योद्धा की हौसला अफवाही की गई। 

इस एकजुटता का मकसद उन लोगो को संदेश देना है जो पुलिस कर्मचारियों (रक्षा करने वालो) तथा डाक्टरों ( बचाने वालों) पर हमला करते है। हरजीत सिंह एक अच्छे पुलिस वाले के दो शीर्ष गुण का प्रतीक के रुप में उबरा जिसमें शांत होना (हिंसा का जबाव हिंसा से न देना) और मुश्किल वक्त का सामना साहस से करने वाला बना।

इस अभियान के चलते गुरदासपुर पुलिस की ओर से शहर में फ्लैग मार्च भी निकाला गया। जिस संबंधी एसएसपी गुरदासपुर स्वर्णदीप सिंह ने कहा कि पुलिस तथा कोरोना को हराने के लिए हर फ्रंट पर लड़ रहा योद्धा लोगो की सुरक्षा के लिए अपनी जान को जोखिम में डालता है।​ जिस संबंधी सभी को समझना चाहिए और उनका साथ देना चाहिए।  

वहीं गुरदासपुर के डिप्टी कमिशनर मोहम्मद इश्फाक की ओर से कहा गया कि कोरोना वायरस को सभी के सहयोग से ही मात दी जा सकती है। जिसके लिए सभी को मिल जुल कर एकजुट होने की जरुरत है।

आईजीपी बार्डर रेंज सुरेन्द्र पाल सिंह परमार ने कहा कि पुलिस लोगो की सुरक्षा के लिए ही मैदान में हर कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रही है। जिसमें तभी कामयाबी पायी जा सकती है जब आम लोग भी उसमें उतना ही सहयोद दें।

गौर रहे कि हरजीत सिंह का ड्यूटी के दौरान पटियाला में हाथ काट दिया गया था।

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