कोविड-19 के खिलाफ जंग हुई तेज; पंजाब सरकार अपने सामथ्र्य में हर पल वृद्धि करने के लिए यत्नशील

covid-19

coronavirus-thumb-img

सभी सरकारी विभागों के सभी विंग सक्रियजरूरी वस्तुओं की सप्लाई निरंतर जारीमैडीकल सामथ्र्य भी रोजमर्रा के आधार पर बढऩे लगा

ट्रकों की आवाजाही चालूप्रवासी मजदूरों के लिए किये खास प्रबंध

चंडीगढ़, 17 अप्रैल:कोविड-19 की महामारी पर काबू पाने के लिए पूरे देश की राज्य सरकारों में सबसे तेजी से सख्त फैसले लेने वाली कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने अपने सभी विभागों के सभी विंगों में तालमेल बिठाकर इस जंग को तीव्र किया हुआ है। इस जंग में लगे सभी विभागों में से फ्रंटलाईन (अगली कतार) में आता स्वास्थ्य विभाग जहाँ एक ओर कोरोना पीडि़तों के इलाज में जुटा हुआ है, वहीं साथ ही अपने सामथ्र्य में रोजमर्रा का तेजी से विस्तार कर रहा है।

पंजाब सरकार के एक प्रवक्ता ने यह खुलासा करते हुए बताया कि स्वास्थ्य विभाग के अथक प्रयासें से जहाँ अब तक राज्यभर में 30 मरीज ठीक हुए हैं। एक मरीज वेंटिलेटर पर है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने सरकारी स्तर पर कुल 4000 से अधिक बिस्तरों का प्रबंध पॉजिटिव मरीजों के लिए किया है। सरकारी स्तर पर 52 कोविड आइसोलेशन सैंटरों और 195 प्राईवेट आइसोलेशन सेंटरों की पहचान की गई है।पंजाब सरकार द्वारा अपने सभी स्रोतों का प्रयोग इस महामारी को रोकने के लिए करने का संकल्प दोहराते हुए प्रवक्ता ने आगे बताया कि राज्यभर के अस्पतालों में कुल 447 वेंटिलेटर चालू हालत में हैं, जबकि 93 नये वैंटीलेटरों की खरीद के लिए ऑर्डर दिया गया है।

उन्होंने बताया कि एन-95 मास्क, पी.पी.ई. (पर्सनल प्रोटैक्टिव इकुइपमैंट) और ऑक्सीजन सिलेंडरों की कोई कमी नहीं है।जरूरी वस्तुओं की सप्लाई बारे बात करते हुए प्रवक्ता ने बताया कि राज्य में आटे, चीनी और दूध की सप्लाई बिल्कुल सामान्य है, जबकि सब्जियों और फलों की सप्लाई तय सीमा के 80 से 85 प्रतिशत तक सामान्य कर दी गई है, जिसे जल्द ही बिल्कुल सुचारू कर दिया जायेगा। राज्यभर के कैमिस्टों के पास जरूरी दवाओं का एक हफ्ते का स्टॉक मौजूद है, जिसको और बढ़ाया जा रहा है।

मुख्यमंत्री द्वारा प्रवासी मजदूरों को कोई दिक्कत पेश न आने देने के दिए निर्देशों के मद्देनजर प्रवासी मजदूरों के लिए कुल 275 रैन बसेरे बनाए गए हैं, जिनमें 2212 मज़दूर रह रहे हैं। सरकार द्वारा अब तक राशन के कुल 2,75,628 पैकेट मुहैया किये गए हैं। इसके अलावा 29,235 पैकेट तैयार भोजन के रोजमर्रा बाँटे जा रहे हैं और अब तक कुल 9,32,208 पैकेट तैयार भोजन के जरूरतमंदों को मुहैया किये जा चुके हैं। इस काम में गैर सरकारी संस्थाएं अपने स्तर पर यत्न कर रही हैं।

सरकारी सहायता के अन्य विवरण देते हुए प्रवक्ता ने आगे बताया कि राज्य में जरूरी वस्तुओं की कोई कमी न आने देने के मंतव्य से राज्य के में ट्रकों की आवाजाही बेरोक-टोक निरंतर जारी रखी जा रही है, जबकि अंतरराज्यीय रूटों पर रोजमर्रा के 4492 ट्रक चल रहे हैं, जो सप्लाई के सिलसिले को बहाल करने में मुख्य भूमिका निभा रहे हैं।पंजाब सरकार द्वारा राज्य स्तर पर चार हैल्पलाईनें 104, 108, 112 और 1905 चैबीस घंटे चलाईं जा रही हैं। इसके साथ-साथ कानून व्यवस्था बनाए रखने पर भी पूरा ध्यान दिया जा रहा है। कफ्र्यू नियमों के पालन के पक्ष से राज्य की स्थिति बहुत बढिय़ा है, जबकि सोशल डिस्टैंसिंग के पक्ष से राज्य का दर्जा संतोषजन है। राज्य में बैंकों का प्रबंध सुचारू है और मंडियों में भी प्रबंध कर दिए गए हैं।

Exit mobile version