गेहूं के मंडी कारण दौरान आने वाली समस्याओं की जमीनी हकीकत समझ कर समाधान करें कैप्टन सरकार-बुट्टर

Yadwinder Butter

गुरदासपुर, 17 अप्रैल । भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता यादवेंद्र सिंह बुट्ट ने कोरोना वायरस के चलते लगाए गए कर्फ्यू दौरान किसानों को पेश आ रही मुश्किलों का वर्णन करते हुए सरकार से मांग की है कि सरकार सारी समस्याओं का समाधान करे। बुट्टर ने कहा कि यह बात सही है कि इस वर्ष गेहूं का मंडीकरन पिछले वर्षों की तरह तो नहीं किया जा सकता लेकिन कैप्टन सरकार को यह बात भी नजरअंदाज नहीं करनी चाहिए कि इस समय सरकार द्वारा जो नियम लागू किए जा रहे हैं असल में वह जमीनी हकीकत से कोसों दूर है ।

 उन्होंने कहा कि पंजाब में किसी भी तरह कूपन सिस्टम लागू नहीं हो सकता और ना ही किसान गेहूं की फसल को कटवा कर स्टोर कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि कुदरत एवं करोना की मार ने पहले ही किसानों व अन्य वर्गों को बहुत नुकसान पहुंचाया है। अगर अब किसानों को उनकी फसल का सही समय पर पूरा रेट नहीं मिला तो किसान आर्थिक मंदी के चलते खुदकुशी करने लगेंगे। इसलिए इस संकट में किसानों की समस्याओं को अच्छी तरह समझ कर उनका समाधान करने की जरूरत है। 

उन्होंने कहा कि आज पूरे पंजाब के किसान एक मायूसी के आलम में डूबे हुए दिखाई दे रहे हैं क्योंकि किसानों को इस बात की कोई तसल्ली नहीं हो रही कि उनकी फसल मंडियों में पहुंच पाएगी या नहीं। दूसरी तरफ मौसम का बदल रहा मिजाज भी किसानों के लिए सरदर्द बना हुआ है जिसके चलते किसान इस बात की कोशिश कर रहे हैं कि वह जल्द से जल्द गेहूं की फसल को मंडियों में पहुंचा दें। लेकिन कूपन सिस्टम की वजह से सिर्फ 50 क्विंटल गेहूं की फसल ले जाने की शर्त ने किसानों को रोका हुआ है। उन्होंने कहा कि एक आडती को  1 दिन में 3 पास देने की शर्त भी किसी भी तरह लागू नहीं हो सकती। इसलिए सरकार को तुरंत इस मामले में ध्यान देने की जरूरत है।

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